मध्य प्रदेश

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच बीजेपी ने कांग्रेस को दिया झटका, कमलनाथ के करीबी ने भाजपा ज्वाइन की

पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व सीएम के खास माने जाने वाले नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस छोड़ी, कांग्रेस ने सार्वजनिक किया निष्काशन लेटर

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी रहे नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी का दामन थाम लिया। श्री सलूजा ने शुक्रवार सुबह सीएम शिवराजसिंह चौहान की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली। इस दौरान उन्होंने कमलनाथ पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।

ज्ञात हो कि इंदौर में बीते दिनों प्रकाश पर्व पर कमलनाथ को लेकर हुए विवाद के बाद कांग्रेस खेमे की तरफ से सलूजा पर साजिश रचने के आरोप लगाए जा रहे थे। यहां तक बताया जाता है कि इस घटना के बाद कमलनाथ इतने नाराज हो गए थे कि उन्होंने सलूजा को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आने से भी मना कर दिया था। इसके पहले जब मध्य प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की टीम बनाई गई थी और केके मिश्रा को अध्यक्ष बनाया गया था तभी सलूजा ने अपने उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि बाद में कमलनाथ से बातचीत के बाद वे वापस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष का काम संभाल रहे थे।

कांग्रेस ने नरेंद्र सलूजा के निष्कासन का लेटर किया सार्वजनिक

नरेंद्र सलूजा के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने एक लेटर सार्वजनिक किया है, जिसमें दावा किया गया है कि कांग्रेस ने पहले ही सलूजा को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. कांग्रेस का कहना है कि उन्हें 13 नवंबर को ही निष्कासित कर दिया गया था, जिसका पत्र अब जारी किया गया है, कांग्रेस ने पत्र में नरेंद्र सलूजा को पार्टी की सदस्यता से 6 साल के लिए निष्काषित करने का जिक्र किया है. कांग्रेस के पत्र में लिखा है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को यह तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त हुई है कि आप लगातार कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के लिये अपमानजनक एवं अनुचित कथन व्यक्त कर रहे हैं. आपकी गतिविधियां भी पार्टी विरोधी चल रही हैं. आपका यह कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता हैं। अतः आपको कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है.

केके मिश्रा बोले- कांग्रेस में रहकर बीजेपी का काम कर रहे थे नरेंद्र सलूजा

नरेंद्र सलूजा के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने उन पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि नरेंद्र सलूजा कांग्रेस में रहकर बीजेपी के लिए काम कर रहे थे. इसलिए उन्हें कांग्रेस के मीडिया विभाग से बर्खास्त कर दिया गया था. उनके चले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, सलूजा सिंधिया जी से पूछें रात में रजाई ओढ़कर कैसे रोते है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासमुद्र की तरह है, राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस की धारा और मजबूत हो रही, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं. एक व्यक्ति चला भी गया तो कोई फक्र नहीं पड़ेगा. पार्टी में प्रतिबद्ध और अनुशासित कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान है, लेकिन अनुशासनहीनता और गद्दारी करने वाले व्यक्तियों के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है। पार्टी से निकाले गए गद्दार वहां जा सकते हैं? जहां जाने के बाद सार्वजनिक मंच से उन्हें विभीषण कहा जाता है।

खालसा कॉलेज में हुई घटना के बाद खुली मेरी आंखें: सलूजा

वहीं, बीजेपी में शामिल होने के बाद नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इंदौर के खालसा कॉलेज में हुई घटना के बाद उनकी आंखें खुली हैं, इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है. बीजेपी की राजनीति से प्रभावित होकर, वह बीजेपी में शामिल हुए हैं. सलूजा ने कहा कि जिस नेता को लेकर उनके समाज में गुस्सा है जिन पर 1984 के सिख दंगों का आरोप लगता है, उनके साथ काम करना मेंरे लिए मुश्किल था. इंदौर में जब कमलनाथ का विरोध हुआ था, तब से ही उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. 8 नवंबर के बाद उन्होंने कांग्रेस से कोई संपर्क नहीं रखा.

सीएम शिवराज ने दिलाई सदस्यता

कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई. सीएम ने सलूजा को बीजेपी का दुपट्‌टा पहनाया और फूलों का गुलदस्ता दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी परिवार में सलूजा का स्वागत है।

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