लेखक की कलम से

सपने…

कितने सुंदर आते सपने
पलकों पर इतराते सपने

कैसी इन सपनों की माया
नील परियों के देश की सैर
हमें खूब कराते सपने
आते सपने

चंद्र देश की सैर कराते
चम चम चम को
जैसे चमके तारे
जगमग ज्योत जगाओ जग में _
यही पाठ पढ़ाते सपने

कैसे सलोने आते सपने
मन को खूब लुभाते सपने

© मीरा हिंगोरानी, नई दिल्ली

Back to top button