मध्य प्रदेश

शिवपुरी में दो हजार सूअरों की मौत, लोगों में बीमारी काे लेकर दहशत

पशु पालन विभाग कह रहा चिंता की बात नहीं, इंसानों में नहीं फैलती यह बीमारी

भोपाल। मध्यप्रदेश के शिवपुरी शहर में लगातार हो रही सूअरों की मौत से लोगों में दहशत है। बीमारी से अब तक लगभग दो हजार सूअरों की मौत हो चुकी है। इनमें से ज्यादातर मौतें दिसंबर में हुई हैं। वहीं, लगभग 5 हजार बीमार सूअरों को इंजेक्शन लगाकर मारने की तैयारी विभाग द्वारा की जा रही है। सूअरों की मौत का कारण अफ्रीकन स्वाइन फीवर नामक बीमारी बताया जा रहा है। इसकी पुष्टि पशुपालन विभाग द्वारा हाई सिक्योरिटी लैब भोपाल भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट में हुई है।

बीमारी से ग्रसित 5 हजार सूअरों को इंजेक्शन लगाकर मारने की तैयारी

हालांकि, पशुपालन विभाग का कहना है कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर से आम लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह फीवर आमजन में नहीं फैलता। वहीं, पशुपालन विभाग ने प्रशासन के साथ नगर पालिका और पुलिस की बैठक बुलाई है। इस बैठक में रूपरेखा तय कर केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार सूअरों को मारने पर चर्चा की जाएगी। बैठक में विचार-विमर्श के बाद अब शहर में बाकी 5 हजार सूअरों को भी मारा जाएगा। इसके लिए पहले इनको पकड़ा जाएगा, फिर बेहोश कर इनके दिल में इंजेक्शन लगाकर इन्हें मारा जाएगा। इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है।

पशु विशेषज्ञ बोले- चिंता की कोई बात नहीं है, यह बीमारी आमजन में नहीं फैलती

शिवपुरी के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप संचालक डॉ. एमसी तमोरी  का इस संबंध में कहना है कि शहर में सूअरों की मौत अफ्रीकन स्वाइन फीवर की वजह से हुई है। उन्होंने कहा कि सूअरों की यह बीमारी आमजन में नहीं फैलती। इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। शासन की गाइड लाइन के तहत सूअरों को बेहोश करके दिल में इंजेक्शन देकर मारेंगे। इसे लेकर प्रशासन के साथ बैठक करने जा रहे हैं।

दमोह जिले में भी मर रहे सूअर, पशुपालक कर रहे मदद की गुहार

दमोह जिले में भी सूअरों की मौत का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले के हटा के बाद जबेरा ब्लॉक के बनवार क्षेत्र में और अब दमोह शहर में भी सैकड़ों पालतू सूअरों की मौत हो चुकी है। एक महिला सोना बंशकार ने बताया कि उसके 10 सूअरों की मौत हो गई है, जिन्हें पहाड़ी पर फेंक दिए हैं। करीब डेढ़ लाख का नुकसान हुआ है। गुलबासिया बंशकार ने कहा कि उनके परिवार का यही गुजारा है। गुटईं बंशकार ने बताया कि उसके 17 सूअरों की मौत हो गई है। करीब दो लाख का नुकसान हुआ है। उसने बताया कि उसके पूरे मोहल्ले में करीब 3000 सुअर मृत हुए हैं। अब वह चाहते हैं कि सरकार उनकी मदद करे और उन्हें मुआवजा दे।

हटा में 27 दिसंबर से शुरू हुआ सूअरों के मरने का सिलसिला

बता दें कि 27 दिसंबर को हटा में कुछ पालतू सुअर की अचानक मौत हुई थी, जिनके सैंपल पशु चिकित्सा विभाग ने भोपाल भेजे थे। जांच के बाद उनमें अफ्रीकन स्वाइन फीवर की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने उस क्षेत्र में जाकर एक किलोमीटर एरिया के सभी 150 सूअरों  को केमिकल देकर मार दिया था और उन्हें जमीन में दफना दिया था। इसके बाद बनवार में खबर मिली थी, तो वहां के सूअर के सैंपल लिए थे। फिलहाल बनवार क्षेत्र में कार्रवाई चल रही है।

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