मध्य प्रदेश

नहीं बचाया जा सका बैतूल में बोरवेल में गिरे तन्मय को, करीब 86 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, आज सुबह साढ़े 5 बजे निकाला गया शव

400 फीट गहरे बोरवेल में गिरा तन्मय 39 फीट की गहराई में जाकर फंस गया था

भोपाल/बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के मांडवी में बोरवेल में गिरे तन्मय को नहीं बचाया जा सका। मंगलवार शाम को बोरवेल में गिरे तन्मय को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान 84 घंटे बाद पूरा हुआ। लेकिन, बोरवेल में गिरा तन्मय जिंदगी की जंग हार गया। शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे बचाव दल ने उसे बाहर निकाला। 7 बजे बैतूल के जिला अस्पताल में शव को लाया गया, जहां 5 डॉक्टरों की टीम ने शव का पीएम किया।कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि बोर 400 फीट गहरा है। बच्चा करीब 39 फीट की गहराई में फंसा था। रेस्क्यू टीम ने बोर के समानांतर 44 फीट गहरा गड्‌ढा खोदा। इसके बाद 9 फीट की हॉरिजेंटल सुरंग खोदी गई थी। 8 साल का तन्मय दूसरी क्लास में पढ़ता था। वह खेलते-खेलते बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। शुरुआत में तन्मय को रात में रस्सी से खींचा गया, लेकिन वो वापस गिर गया।

यह बोले तन्मय के परिजन….

बच्चे के चाचा राजेश साहू ने कहा कि हमारे लिए बहुत दु:ख की घड़ी है। हमने तो यह सोच रखा था कि सफल होंगे और हमारा बच्चा हमें वापस मिल जाएगा। बचाव दल ने तो दिन-रात प्रयास किया है, पर कहीं न कहीं लेट हो गए। अगर हमारे पास ऐसा कोई संसाधन होता, जिससे हम बच्चे को उसी दिन निकाल लेते, तो वो बच जाता। टीम वर्क बहुत अच्छा रहा, लेकिन हम लेट हो गए। तन्मय की 11 साल की बहन निधि साहू ने बताया, हम छुपन-छिपाई खेल रहे थे। भाई को कहा कि चलो अब घर चलते हैं। वो कूदकर आया। बोर के ऊपर बोरी थी। वो बोरी को पकड़कर रखा था, मैं जब तक पहुंची तो भाई नीचे चला गया। मां रितु साहू का कहना है कि वह 5 बजे के करीब गिरा। उसने आवाज भी दी। तब उसकी तेज सांस चल रही थी।
मंगलवार से फंसा था तन्मय
बता दें कि 8 साल का तन्मय मंगलवार शाम से ही बोरवेल में फंसा हुआ था। 55 फीट की गहराई पर फंसे तन्मय को बचाने के लिए 84 घंटे का लंबा रेस्क्यू अभियान चलाया गया। पानी और पत्थरों की वजह से प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बोरवेल के अंदर से आई थी बच्चे की आवाज
हादसा मंगलवार शाम बैतूल जिले के आठनेर के मांडवी गांव में करीब 5 बजे हुआ। 8 साल का तन्मय दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वह पड़ोसी के बोरवेल में गिर गया। आवाज लगाने पर बोरवेल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवार वालों ने तत्काल बैतूल और आठनेर पुलिस को सूचना दी।
एनडीआरएफ और डीएसआरएफ के 61 जवान लगे थे रेस्क्यू में
रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे होमगार्ड कमांडेंट एसआर आजमी ने बताया कि बोरवेल में तन्मय 39 फीट पर फंसा हुआ था। बच्चों की नॉर्मल हाइट तीन से चार फीट मानकर हमने 44 फीट तक गड्‌ढा खोदा है। टनल बनाने में एनडीआरएफ और डीएसआरएफ के 61 जवान लगे थे।
चार गांव के लोग मदद में जुटे थे
घटनास्थल मांडवी गांव के साथ-साथ आसपास के 4 गांव के लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए। रेस्क्यू में जुटे 200 से अधिक लोगों के लिए निःशुल्क भोजन से लेकर सभी प्रकार की व्यवस्था ग्रामीणों ने की। उनकी एक ही मंशा थी कि वे तन्मय को फिर से हंसता-खेलता देखें। लेकिन, उनके सारे प्रयास और उम्मीदें शनिवार सुबह उस समय धराशायी हो गए, जब तन्मय का शव बाहर निकाला गया। तन्मय का शव देख्रते ही परिवार में हाहाकार मच गया। मांडवी ही नहीं, आसपास के गांवों में भी मातम छा गया।

सीएम ने जताया दु:ख, दी 4 लाख की आर्थिक सहायता

वहीं, इस दुखद हादसे में सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि दुःख की इस घड़ी में तन्मय का परिवार स्वयं को अकेला न समझे, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है। राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जायेगी। अत्यंत दुखद है कि बैतूल के मांडवी गांव में बोरवेल में गिरे नन्हे तन्मय को प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद भी नहीं बचाया जा सका। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।

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