मध्य प्रदेश

भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर इंदौर में 10 हजार रुपए घूस लेते पकड़ाया नगर निगम का दरोगा

एक छोटे से सफाई कर्मचारी से वेतन पास करने के एवज में 25 हजार रुपये की मांगी थी रिश्वत

इंदौर। जिस दिन पूरी दुनिया भ्रष्टाचार दिवस मना रही थी, उसी दिन स्वच्छता में देश में नंबर वन इंदौर नगर निगम का एक दरोगा 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। ये दरोगा एक छोटे से सफाई कर्मी का वेतन पास करने के एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। सफाई कर्मी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी। इस पर लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया।
इंदौर नगर निगम का नाम अब सफाई के लिए ही याद किया जाता है। लेकिन, यहां भ्रष्टाचार की जड़ें भी काफी मजबूत हैं। ताजा मामला नगर निगम के जोन 12 का है। यहां पदस्थ नगर निगम के दरोगा सोनू को लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। वह नगर निगम के ही सफाई कर्मचारी को रिश्वत के लिए परेशान कर रहा था। दरोगा से तंग आकर सफाईकर्मी ने लोकायुक्त के बड़े अफसरों से शिकायत कर दी। लोकायुक्त ने जाल बिछाकर दरोगा सोनू को पलसीकर चौराहे पर रिश्वत लेते रंगे हाथो दबोच लिया।
तनख्वाह पास करने के लिए रिश्वत
नगर निगम के जोन 12 वार्ड 66 में पदस्थ सफाई कर्मचारी अर्जुन कुछ समय पहले अवकाश पर गया था। उसकी सूचना भी वह निगम दरोगा को दे चुका था। नियमानुसार कई अलग-अलग अवकाश के एवज में वह मेडिकल और अन्य आवश्यक दस्तावेज भी सौंप चुका था। लेकिन, दरोगा सोनू मानने के लिए तैयार नहीं था। हाजिरी लगाकर वेतन पास करने की जिम्मेदारी सोनू के ही पास थी। सोनू ने वेतन पास करने के एवज में सफाई कर्मी से 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
ऐसे पकड़ा गया दरोगा
रिश्वत मांगे जाने से तंग आकर फरियादी अर्जुन ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी। इसके बाद लोकायुक्त एसपी के निर्देश पर एक जांच दल नियुक्त कर शिकायत का सत्यापन करवाया। शिकायत के सत्यापित होते ही एक टीम गठित कर योजना बनाई गई। अर्जुन और नगर निगम दरोगा सोनू के बीच रिश्वत लेनदेन को लेकर फोन पर बातचीत करवाई गई, तभी सोनू पहली किश्त के तौर पर 10 हजार रुपए लेने को राजी हो गया। रिश्वत लेते ही लोकायुक्त ने तत्काल सोनू को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त टीम भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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