कोरबाछत्तीसगढ़

नवाचार से कोरबा जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में तय किये नये सोपान

कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और बेहतर योजनाबद्ध अध्ययन अध्यापन के चलते कोरबा जिले में दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों में लगातार दो वर्षों से नये सोपान तय किये जा रहे हैं। यहां तक कि राज्य के औसत परीक्षा परिणाम से भी उत्कृष्ट नतीजा जिले में हासिल किया जा रहा है।

कोरबा जिले में शिक्षा की दशा और दिशा पर जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय से चर्चा करने पर यह तथ्य उभर कर सामने आया। जिला शिक्षा अधिकारी पाण्डेय ने 10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षा के बीते तीन शिक्षा सत्र के आंकड़े उपलब्ध कराये। उन्होंने 10 वीं बोर्ड परीक्षा की जानकारी में बताया कि शिक्षा सत्र 2017-18 में जिले में 63.4,  वर्ष 2018-19 में 70.78, और वर्ष 2019-20 में 78.65 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसी प्रकार 12 वीं में 2017-18 में 77.57, वर्ष 2018-19 में 79.96 और 2019-20 में 78.45 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं।

दोनों बोर्ड परीक्षाओं में जिले की खास उपलब्धी यह रही कि 10 वीं बोर्ड में सत्र 2018-19 में राज्य के औसत परीक्षा परिणाम 68.73 फीसदी के विरूद्ध 70.78 और वर्ष 2019-20 में राज्य के 74.15 के विरूद्ध 78.65 फीसदी परीक्षा परिणाम जिले का रहा। जबकि 2017-18 में राज्य के 68.4 प्रतिशत की तुलना में जिले का परिणाम 63.4 फीसदी था।

इसी प्रकार 12 वीं बोर्ड का भी परिणाम रहा है। सत्र 2017-18 में राज्य के 77 की अपेक्षा 77.57, वर्ष 2018-19 में 78.43 के विरूद्ध 79.96 और 2019-20 में 78.59 की तुलना में 78.45 प्रतिशत परिणाम कोरबा जिले का आया। एक अन्य रोचक तथ्य यह है कि आलोच्य तीन वर्षों में शत-प्रतिशत अंक अर्जित करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या 10 वीं में क्रमशः 01, 08, और 16 है। जबकि बारहवीं में यह संख्या क्रमशः 03, 04, और 05 है। बहरहाल उपरोक्त परीक्षा परिणाम शिक्षा के क्षेत्र में कोरबा जिला के बढ़ते कदम को रेखांकित करते हैं।

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