पेण्ड्रा-मरवाही

पत्रकार बालकृष्ण के मौत का कारण बनी कार पेण्ड्रा की ही निकली

पेण्ड्रा। जिस कार से टकराकार यहां के युवा पत्रकार बालकृष्ण असमय ही काल की गाल में समा गए वह कार पेण्ड्रा की ही निकली। पुलिस की जांच में कार चालक व उसके स्वामी के बारे में जानकारी मिल गयी है। दुर्घटना कारित कार का नम्बर सीजी 10- 8101 बतायी गयी है।

मालूम हो कि मोटर सायकल में अपने दोस्त के साथ पेण्ड्रा की ओर जा रहे युवा पत्रकार बालकृष्ण अग्रवाल अपने दोस्त मुकेश विश्वकर्मा के साथ जा रहे थे तभी कार का दरवाजा अचानक खोले जाने से उससे टकरा गए और गिर पड़े। इस दुर्घटना में बालकृष्ण की मौत मौके पर ही हो गयी। वहीं मोटर सायकल चालक मुकेश गंभीर रूप से घायल हो गया था।

इस दुर्घटना के बाद कार आनन फानन में कार लेकर फरार हो गया। पेण्ड्रा एसडीएम आईएएस मयंक चतुर्वेदी ने इस मामले में स्वयं रूचि लेते हुए पुलिस को इस दुर्घटना की हर पहलु की जांच गंभीरता से करने का निर्देश दिया था। पुलिस ने इस मामले में पूरी संजीदगी दिखाते हुए जांच को उसी दिशा में केन्द्रित किया कि दुर्घटनाकारित कार आस पास की ही होनी चाहिए साथ ही गैरेज में बनने के लिए जाने वाले कारों के बारे में भी जानकारी ली गयी। पुलिस को सूत्रों के जरिए कार चालक के बारे में पता चल गया। इसके बाद कार मालिक के बारे में भी जानकारी मिल गयी।

थाना प्रभारी पेण्ड्रा रामअवतार पटेल के अनुसार मारूति स्वीफ्ट कार सेमरदर्री में पदस्थ प्राचार्य शैलेन्द्र अग्निहोत्री पिता चन्द्रभूषण 52 वर्ष की है जो कि पुरानी बस्ती पेण्ड्रा का ही रहने वाला है। वहीं आरोपी कार चालक राजेश ताम्रकार पिता सुरेश ताम्रकार 44 वर्ष निवासी कोतमा मध्यप्रदेश है। बताया जाता है कि इस हृदय विदारक घटना होने के बाद प्राचार्य जैसे पद पर होने के बाद भी घटना को पुलिस से छिपाकर रखना गंभीर है वहीं कार चालक के फरार होने व मौका पाकर यहां से दूर अंबिकापुर के एक गैरेज में ले जा कर रिपेरिंग करवाने का गंभीर माना जा रहा है। इस पर भी दोनों के खिलाफ पुलिस अपराध दर्ज कर सकती है। इन दोनो को पुछताछ के लिए पेण्ड्रा थाना लाया गया है जहां स्व बालकृष्ण के साथी मुकेश को भी पहचान के लिए बुलाया गया था। अब कार को भी पेण्ड्रा लाया जा रहा है ताकि उसकी भी शिनाख्त की कार्यवाही कराई जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button