छत्तीसगढ़बिलासपुर

फिंगर प्रिंट जांच के बाद ही मिलेगी गबन की राशि, कैशियर खुशबू शर्मा द्वारा किए गए गबन के रुपए लौटाने किसानों से पास बुक मांग रहा है बैंक …

बिलासपुर । जिला सहकारी बैंक में काम करने वाली कम्प्यूटर आपरेटर सह कैशियर खुशबू शर्मा किसानों द्वारा बैंक में जमा की जाने वाली राशि को अपने घर ले जाती थी। जिला सहकारी बैंक के सीईओ ने तोरवा शाखा में जिन किसानों की राशि गबन हुई है उसकी वास्तविक जानकारी जुटाने के लिए किसानों से बैंक के ओरिजनल पासबुक, आधार कार्ड, दो पासपोर्ट कलर फोटो जमा करने के लिए निर्देश दिए हैं। सभी दस्तावेजों में खाताधारकों के हस्ताक्षर लिए जाएंगे। जिसे जांच के लिए फिंगर एक्सपर्ट को भेजा जाएगा। फिंगर प्रिंट की रिपोर्ट मिलने के बाद किसानों को भुगतान किया जाएगा।

इस मामले में अब तक 82 किसान सामने आए हैं। किसानों के फिंगर प्रिंट की जांच कराने में बैंक को लगभग 4 लाख रुपए खर्च आएगा। तोरवा शाखा 8 दिसंबर 2022 को हुआ था। यहां काम करने वाली कम्प्यूटर आपरेटर सह कैशियर खुशबू शर्मा किसानों द्वारा बैंक में जमा की जाने वाली राशि को अपने घर ले जाती थी।

मामले की जांच के लिए जिला सहकारी बैंक के सीईओ श्रीकांत चंद्राकर ने सात सदस्यीय जांच टीम गठित की। जांच टीम ने एक महीने तक फाइलों की जांच की, इसके बाद मामले से हाथ खींच लिए।

भुगतान के पहले किसी प्रकार की फर्जीवाड़ा न हो इसके लिए सीईओ ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर किसानों के फिंगर प्रिंट की जांच कराने का निर्णय लिया। तोरवा शाखा प्रबंधक हितेश सलूजा ने प्रथम चरण में 82 किसानों से उनका ओरिजनल पास बुक, आधार कार्ड, दो कलर फोटो के अलावा अन्य दस्तावेज मंगाए हैं। किसानों ने दस्तावेज जमा करना शुरू कर दिया है।

किसानों से मांगे गए हैं दस्तावेज

किसानों से ओरिजनल पास बुक, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज तोरवा शाखा में जमा करने के लिए कहा है। सभी के हैंड राइटिंग की जांच कराई जाएगी, इसके बाद बारी-बारी किसानों को भुगतान किया जाएगा। फिंगर प्रिंट की जांच रिपोर्ट आने में कम से कम दो महीने का समय लगेगा।” -श्रीकांत चंद्राकर, सीईओ जिला सहकारी बैंक

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