बिलासपुर

कहीं बूंदा-बांदी तो कहीं तेज बारिश से किसान हुए चिंतित, स्कूली बच्चों के लिए भी आफत

बिलासपुर। नए साल के पहले दिन से बिगड़े मौसम के बाद पिछले दो दिनों से रूक-रूक कर बारिश हो रही है। इस स्थिति ने किसानों को चिंता में डाल दिया है वहीं कड़ाके की ठंड व शीत लहर की चपेट में पहले से चल रहे इस क्षेत्र में बारिश के चलते स्कूली बच्चों की आफत हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 24 घंटे तक बदली और बारिश की स्थिति बनी रह सकती है।

बारिश के बाद पेड़ों की पत्तियां इस तरह से सिकुड़ीं।

पिछले एक सप्ताह से बेमौसम बारिश के चलते क्षेत्र का मौसम काफी बदला हुआ है। पहले से ही मैदानी इलाका पूर्वोत्तर भारत की शीतलहर की प्रभाव में आ चुकी है। इसके चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है। विशेष कर पेंड्रा-मरवाही इलाके में तो तापमान काफी नीचे चला गया है। पिछले तीन दिनों में रूक-रूक कर बारिश का क्रम जारी है। 31 दिसंबर 2019 की रात को हल्की बारिश हुई उसके बाद साल के पहले दिन 1 जनवरी 2020 को दिनभर बदली छाई रही। आसपास के इलाके में कहीं-कहीं बारिश भी हुई जबकि देर रात से बूंदा-बांदी शुरू हो गई थी जो आज दोपहर के समय तेज बारिश में तब्दील हो गई। बारिश के बाद मौसम में शीतलहर का प्रकोप और भी बढ़ गया है। बिना गर्म कपड़ों के इस समय घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है।

बेमौसम बरसात की स्थिति ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। धान की मिंजाई करने के बाद क्षेत्र के किसान अभी उसे बेचने के लिए मौसम की वजह से सोसायटी तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। कृषि के जानकारों का कहना है कि बारिश की यह स्थिति रबी फसलों के लिए काफी नुकसानदेह है। तिवरा तथा चना की फसल ऐसे ही मौसम बना रहा तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी।

शीतकालीन अवकाश के बाद स्कूलों में चहल-पहल शुरू हो गई है लेकिन पहले से ही कड़ाके की सर्दी व शीतलहर का सामना कर रहे स्कूली बच्चों के लिए बारिश आफत बनकर आई है। हालांकि बिलासपुर के पड़ोसी जिलों में ऐसी स्थिति के चलते छुटि्टयां बढ़ा दी गई हैं लेकिन बिलासपुर जिले में ऐसी स्थिति में भी स्कूलें चलाईं जा रही हैं। हालांकि शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि मौसम के मिजाज को देखते हुए स्कूलों में छुट्‌टी घोषित की जा सकती है लेकिन कहीं न कहीं शिक्षा विभाग की लापरवाही दिख रही है। आज दोपहर को काफी तेज बारिश हुई जबकि मौसम पहले से ही बिगड़ा हुआ था। इस स्थिति में भी बच्चे स्कूल पहुंचे और कई जगह भीगे भी।

यही स्थित नव गठित गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की है। हमारे संवाददाता के मुताबिक पिछले चार-पांच दिनों से बारिश के चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तापमान 2 डिग्री से लेकर 5 डिग्री तक है। यहां औसत रूप से हर साल अच्छी ठंड पड़ती है। एक तरफ पहाड़ और कालरी का क्षेत्र है तो दूसरी ओर अमरकंटक। तेज हवाओं के चलते और बुरा हाल रहता है। धान मिजाई और समितियों तक ले जाने का काम ठीक ढंग से पूरा भी नहीं हुआ था किसान अब बीच में ही बेमौसम बारिश के चपेट में आ गए हैं।

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