छत्तीसगढ़बिलासपुर

सीएम भूपेश ने सड़कें दुरुस्त करने के दिए थे निर्देश, पेंच वर्क होते ही उधड़ने लगी सड़क, अफसर-ठेकेदार ने मिलकर किया भ्रष्टाचार …

बिलासपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बारिश थमने के साथ ही पीडब्ल्यूडी अफसरों की बैठक ली थी। साथ ही कलेक्टर को PWD और नगर निगम के साथ मिलकर शहर की बदहाल सड़कों में पेंचवर्क कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अक्टूबर से शहर और ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का मरम्मत किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत उधड़ी हुई सड़कों पर पेंचवर्क किया जा रहा है। शुरुआत में कलेक्टर सौरभ कुमार ने सड़कों की मरम्मत का निरीक्षण किया। लेकिन, बाद में अफसर झांकने तक नहीं गए, जिसका फायदा ठेकेदार और निचले स्तर के अफसर उठा रहे हैं।

बिलासपुर में बदहाल सड़क बनने के साथ ही उधड़ने की लगी है। स्थिति यह है कि सड़क में गिट्‌टी में डामरलेप कर रोड रोलर चलाया जा रहा है। इधर, रोलर चलते ही गिट्‌टी की परत उखड़ना शुरू हो गया है। राजकिशोर नगर से तोरवा पुल जाने वाली सड़क में पेंचवर्क ऐसा हुआ कि 24 घंटे भी डामर टीक नहीं पाई और सड़क फिर से जर्जर नजर आने लगी है। अफसर और ठेकेदार मिलकर किस तरह भ्रष्टाचार का खेल कर रहे हैं, इसका नमूना पेंचवर्क को देखकर ही पता चल रहा है।

कलेक्टर के निर्देश पर राजकिशोर नगर के तोरवा पुल से स्मृति वन रोड में भी उधड़ी हुई सड़क का मरम्मत और पेंचवर्क किया जा रहा है। गुरुवार को यहां पेंचवर्क से पहले एक्सीवेटर चलाकर सड़क को उधाड़कर गिट्‌टी के साथ डामरीकरण करने का काम किया गया। लेकिन, घटिया और मापदंड के अनुसार डामर नहीं मिलाने के कारण पेंचवर्क होते ही गिट्‌टी सड़क से उधड़नी शुरू हो गई। 24 घंटे के भीतर पेंचवर्क की हालत ऐसी हो गई है कि गिट्‌टी सड़क से बाहर निकल गई है और हालत जर्जर हो गई है।

बारिश के बाद से सड़क मरम्मत और पेंचवर्क का कई जगह काम चल रहा है। शुरूआती दौर में दफ्तर छोड़कर कलेक्टर सौरभ कुमार ने इसका जायजा लिया था। तब उन्होंने अफसरों और ठेकेदारों से गुणवत्तायुक्त काम करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, जैसे-जैसे काम की रफ्तार बढ़ने लगी, अफसर और ठेकेदारों की मनमानी शुरू हो गई है। स्थिति यह है कि अब गुणवत्ता का भी उन्हें कोई ध्यान नहीं है। क्योंकि, अब उनके काम को देखने के लिए अफसर भी फुर्सत नहीं है।

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