मुंगेली

कलेक्टर की पहल पर ‘कबाड़ से जुगाड़’ कर तैयार किया गार्डन, बच्चे उठा रहे लुत्फ

स्व-सहायता समूह की महिला को मिलेंगे रोजगार के अवसर

मुंगेली { अजीत यादव } । कबाड़ से जुगाड़ संकल्पना के बारे में अधिकतर आपने किताबों में पढ़ा होगा। कभी कभी शिक्षा विभाग के द्वारा इसको लेकर प्रयोगशाला भी आयोजित किये जाते हैं। इस दौरान तरह-तरह के व्याख्यान भी इस संबंध में दिए जाते हैं, लेकिन कबाड़ से जुगाड़ की अवधारणा सिर्फ कागजों तक अमूर्त रूप में ही अधिकतर देखा और समझा जाता रहा है लेकिन मुंगेली कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की पहल पर मुंगेली में ‘कबाड़ से जुगाड़’ कर एक गार्डन तैयार किया जा रहा है।

यह गार्डन मुंगेली तहसील कार्यालय के ठीक सामने किया जा रहा है। जिसमें एक-एक चीज कबाड़ से जुगाड़ किया गया है। इसमें शहर के विभिन्न संस्थाओं एवं आम नागरिकों से कबाड़ सामग्री एकत्रित किए गए हैं। निर्माणाधीन गार्डन का जायजा लेने जिला कलेक्टर डॉ. सर्वेश नरेंद्र भुरे एवं जिला पंचायत सीईओ नुपुर राशि पन्ना पहुंचे। इस दौरान निर्माण कार्य में जुटे टीम को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये गए।

इन सामग्रियों का किया गया है उपयोग

प्लास्टिक के डिब्बे, ड्रम, टूटी-फूटी प्लेट्स, रद्दी कार्टून, अखबार के पन्ने, दो पहिया व चार पहिया वाहनों के पुराना टायर जैसे कई कबाड़ सामग्रियों का उपयोग गार्डन निर्माण में किया जा रहा है। जिसे हम अनुपयोगी समझ कर फेंक देते हैं।

बिहान बाजार एवं केंटीन

गार्डन परिसर के अंदर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के तर्ज पर बिहान बाजार व कैंटीन तैयार किया जा रहा है इसमें विभिन्न प्रोडक्ट यहां पहुंचने वाले लोगों को आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे और खरीद भी संकेंगे।

महिला स्व-सहायता समूह के लिए रोजगार के द्वार खुले

नगर के महिला स्व सहायता समूह की सहभागिता एवं सहयोग से गार्डन में तेजी से काम चल रहा है गार्डन निर्माण पूर्ण होने के बाद महिला स्व सहायता समूह द्वारा बिहान बाजार एवं कैंटीन का संचालन किया जाएगा जिससे इस समूह के सदस्यों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

मॉडल के तर्ज पर प्रयोग

जायजा लेने पहुंचे कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि मुंगेली में गार्डन की कमी को देखते हुए कबाड़ से जुगाड़ कर गार्डन की संकल्पना शहरवासियों एवम संस्था से प्राप्त चीजें का उपयोग कर एक गार्डन को मूर्त रूप दिया जा रहा है। आगे चलकर जिले के लोरमी, पथरिया व सरगांव क्षेत्र में भी इस गार्डन मॉडल पर काम किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि नवीन वस्तुओं से निर्माण कार्य आसानी से कराया जा सकता है परंतु अनुपयोगी सामग्रियों को कलेक्ट कर और इन सामग्रियों का उपयोग करते हुए कोई कार्य करना बड़ी चुनौती थी, मगर हमारी टीम बखूबी से चुनौतियों का सामना करते हुए तेजी से निर्माण कार्य पूर्ण करने में लगे हुये हैं ताकि यहाँ के लोगों को जल्द ही गार्डन की सौगात मिले।

बिहान योजना अंतर्गत निर्माण कार्य

जिला पंचायत सीईओ और आईएएस अफसर नुपुर राशि पन्ना ने बताया कि बिहान योजना अंतर्गत गार्डन का निर्माण कराया जा रहा है जिसके लिए करीब 2 लाख रुपये लागत का लक्ष्य रखा गया है। सीईओ का कहना है हम अपने आसपास के कई वस्तुओं को बेकार समझकर फेंक देते हैं मगर प्रकृति से जोड़कर कई अनुपयोगी वस्तुओं को उपयोगी बनाया जा सकता है। गार्डन में बच्चों के लिए मनोरंजन, आम लोगों के लिए बैठने, घूमने एवं महिलाओं के लिए प्रसाधन की सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है।

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