केशरवानी महिला समिति के सदस्य मिले दीवाली मिलन में, सामुहिक सुआ नृत्य का लिया आनंद
मुंगेली। पटाखों की आवाज से गूंज रहा संसार, दीपक की रोशनी और अपनों का प्यार, मुबारक हो आप सभी को दीवाली का त्यौहार उक्त शायरी करते हुए प्रदोष व्रत के शुभ दिन को केशरवानी महिला समिति ने राधाकृष्ण मंदिर में दीवाली मिलन का भव्य आयोजन किया।
प्रारंभ में संरक्षक स्नेहलता गुप्ता, प्रमिला गुप्ता, छग महिला सभा उपाध्यक्ष अनिता गुप्ता, छग वरिष्ठ सलाहकार अंजनी केशरवानी द्वारा माता लक्ष्मी जी की प्रतिमा में दीप प्रज्जवलित कर माता की आरती गाया । तत्पश्चात् अखिल भारतीय राष्ट्रीय सांस्कृतिक मंत्री एवं नगर अध्यक्ष जया गुप्ता ने समिति को संबोधित करते हुए बताया कि दीवाली यानि दीपों की अंवली अर्थात पंक्तियां । दीपावली हमारा सबसे प्राचीन धार्मिक पर्व है जिसे कार्तिक के अमावस्या को प्रकाश पर्व के रूप में बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ समर्पित भावना के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के साथ अनेक पौराणिक व ऐतिहासिक कथाऐं भी जुड़ी है। रावण का वधकर श्रीराम जी सीता माता के साथ अयोध्या वापस आये थे, इसी दिन श्री लक्ष्मी जी का समुद्र मंथन से आविर्भाव हुआ था । उन्होंने कहा कि इस त्यौहार को मनाने के पीछे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक कारण भी हैं कि वर्षा ऋतु में पैदा हुए विषाणु- कीटाणु एवं गंदगी शरद ऋतु में आये दीवाली त्यौहार में घरों की सफाई-पुताई के बाद ये कीटाणु समाप्त हो जाते हैं ।
सचिव ज्योति गुप्ता ने कहा कि दीवाली यानि जीवन में खुशियों का उजाला लाने वाला धार्मिक पर्व है साथ ही बचपन की दीवाली से जुड़े यादों को भी सांझा किया । वरिष्ठ सलाहकार सपना गुप्ता, राजुल केशरवानी ने दीवाली गीत झिलमिल दीपों की रोशनी और अपनों का प्यार,समेट लो सारी खुशियां, सबका साथ की शानदार प्रस्तुति दी। उपाध्यक्ष नलिनी केशरवानी, कोषाध्यक्ष रमा गुप्ता ने सभी को दीवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपके घर में लक्ष्मी का वास हो, संगठन मंत्री सुनीता गुप्ता, पदमा केशरवानी, वंदना केशरवानी के दीवाली के ग़ज़ल, भजन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया । इसी तरह सांस्कृतिक सचिव सुरेखा गुप्ता, शैल केशरवानी, शैल गुप्ता, वीणा गुप्ता, धनेश्वरी रंजीता केशरवानी, सरोज गुप्ता, सावित्री गुप्ता, सविता गुप्ता, विभा केशरवानी, संगीता केशरवानी, साधना गुप्ता, निशा गुप्ता, स्वीटी गुप्ता, सुमित्राकेशरवानी, कमलेश गुप्ता, निकिता केशरवानी सभी ने अपने-अपने घरों से लाये 2-2 दीये को जलाकर शुभ – लाभ के आकार में सजाया और समिति के सदस्यों ने सामूहिक सुआ नृत्य का आनंद उठाया । कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिलाऐं-बच्चे उपस्थित रहे।