पेण्ड्रा-मरवाही

मरवाही ब्लॉक के ग्राम पंचायत पीपरडोल में फिजिकल डिस्टेंस के साथ मनरेगा कार्य प्रारंभ

मरवाही (अनुपम शुक्ला)। मनरेगा कार्यों में केंद्र सरकार द्वारा छूट देने के साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार भी मनरेगा को लेकर सशर्त छूट दी हुई है। इससे ग्राम विकास के साथ-साथ मजदूरों को रुपए भी मिलेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। एक ओर जहां लॉक डाउन के कारण गरीब और मजदूर वर्ग की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है तो वहीं अब गांवों में मनरेगा के कार्य खुलने से गरीब व मजदूर वर्ग के चेहरों में प्रसन्नता भी दिखाई दे रही है। संकट की इस घड़ी में मनरेगा कार्य से रोजी-रोटी का जुगाड़ होने पर मजदूरों और उनके परिवारों को भरण-पोषण में भी मदद मिलेगी।

छत्तीसगढ़ सरकार के आदेश के परिपालन में गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भी मनरेगा कार्यों को करने के लिए सशर्त अनुमति दी गई है। मरवाही ब्लॉक के ग्राम पीपरडोल में मनरेगा के तहत बहरीझोरकी तालाब गहरीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। इस कार्य में ग्राम पंचायत द्वारा सीमित मजदूर रोटेशन सिस्टम में रखकर फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए मजदूरों से कार्य लिया जा रहा है।

शासन के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कार्य के बीच-बीच में ग्रामपंचायत सरपंच, ग्राम सचिव व रोजगार सहायक द्वारा मजदूरों को समझाइश भी दी जाती है और उनसे दूरी बनाकर ही काम करने को कहा जाता है। कार्यस्थल में ही साबुन, सेनेटाइजर आदि की भी व्यवस्था रहती है ताकि सभी लोग हाथ आदि की भी साफ-सफाई करते रहे। इसके साथ ही कार्य स्थल में सभी मजदूरों को गांवों व घरों में लॉक डाउन का पालन करने, घरों में मेहमान न बुलाने, किसी भी प्रकार के आयोजन न करने की समझाइश ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक द्वारा दी जाती है।

ग्राम पंचायत पीरडोल में मनरेगा के तहत चल रही बहरीझोरकी तालाब गहरीकरण कार्य में प्रमुख रूप से ग्राम पंचायत पीपरडोल के सरपंच श्रीमती राजमती मराबी, ग्राम पंचायत के सचिव शिव तिवारी, ग्राम रोजगार सहायक सहित मनरेगा के मेट व मितानिनों का भी उत्कृष्ट सहयोग रहता है।

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