पेण्ड्रा-मरवाही

“पढ़ाई तुंहर द्वार” माध्यम से मरवाही क्षेत्र के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई का ले रहे आनंद

मरवाही (अनुपम शुक्ला)। भूपेश बघेल सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सवा महीने पहले शुरू की गई “पढ़ाई तुंहर द्वार” वेब पोर्टल स्कूल शिक्षा विभाग की सबसे महत्वाकांक्षी योजना है। इस लॉक डाउन और गर्मी में बच्चों की पढ़ाई के लिए यह अच्छा माध्यम भी बन रहा है। छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की भी यही मंशा है कि बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा दी जाए।

इस ऑनलाइन क्लास के लिए सभी शिक्षकों से लेकर सभी बच्चों का वेबपोर्टल में पंजीयन किया गया है और सभी बच्चों का कक्षा वाइज ग्रुप बना कर उन सभी बच्चों को अब ऑनलाइन ही पढ़ाई करवायी जा रही है। विकास खण्ड मरवाही भी इस ऑनलाइन पढ़ाई में अपनी महती भूमिका निभा रही है। इस हेतु विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी दिलीप कुमार पटेल शिक्षकों की सतत मोनेटरिंग कर उन्हें आवश्यक मदद भी करते रहते हैं।

मरवाही विकासखण्ड के सभी स्कूलों के शिक्षक अपने अपने स्कुलो के बच्चों का पढ़ाई तुंहर द्वार में ऑनलाइन पंजीयन करवाकर अब ऑनलाइन पढ़ाई भी करवा रहे हैं। इस ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चो को भी मजा आ रहा है और इस आधुनिक पद्धति की पढ़ाई में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। हालांकि इस आदिवासी बाहुल्य जिले में कई विद्यार्थियों के पास एनराईड मोबाइल उपलब्ध नहीं हो पाता। फिर भी बच्चे एक दूसरे की मदद से इस ऑनलाइन पढ़ाई का भरपूर आनद ले रहे हैं। शिक्षक भी इस ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चों को मोटिवेशन व अन्य मदद करते रहते हैं।

कल ही विकासखण्ड मरवाही के माध्यमिक शाला चंगेरी के शिक्षक राजेश कुमार ध्रुव ने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को महत्तम समापवर्तय पढ़ाया तो वहीं प्राथमिक शाला कन्या परासी के सहायक शिक्षक संतोष प्रजापति ने अपने स्कूल के बच्चों को इंग्लिश ग्रामर पढ़ाया। दोनों शिक्षकों के क्लास में 8-8 विद्यार्थी जुड़े और इस ऑनलाइन पढ़ाई द्वारा बहुत कुछ सीखे।

मरवाही जैसे वनांचल में जहाँ नेटवर्क से लेकर अन्य कई समस्याएं बनी ही रहती हैं वहाँ भी शिक्षक रोज ऑनलाइन क्लास लेकर स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के इस महती योजना में अपनी भरपूर भगीदारी निभा रहे हैं।

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