लेखक की कलम से

आओ मिलकर पेड़ लगाए ….

आओ मिलकर पेड़ लगाएं

स्वच्छ अपना परिवेश बनाएं

मिलकर सब योजना लगाएं

धरती माँ का मान बढ़ाएं।

आज हुआ दूषित यह परिवेश ,

मिलकर हम सब स्वच्छ करें परिवेश

आओ मिलकर सब दें संदेश ,

पृथ्वी को श्रृंगार दें अति विशेष।

स्वच्छ रहे हमारा परिवेश

वातावरण को कभी न पहुँचे ठेस ,

शुद्ध विचारों से स्वच्छ रहे परिवेश

सबके लिए बनें ये ही काम विशेष।

आओ मिलकर अलख जगाएं

धरती माँ को आज सजाएं

पेड़ लगाकर दुल्हन बनाएं

मिलकर स्वच्छ परिवेश बनाएं।

आने वाली पीढ़ी पर ध्यान लगाएं

उनको सोचकर पृथ्वी को हरी भरी बनाएं

अपनी अंतर आत्मा  को अब तो जगाएं

सोचो जल्दी कहीं देर ही न हो जाए।

गंदगी को मिल दूर भगाएं

देश प्रेम का अब  भाव जगाएं

भेद भाव को अब दूर भगाएं

स्वच्छ अपना परिवेश बनाएं।

 

©डॉ मंजु सैनी, गाज़ियाबाद                                             

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