लेखक की कलम से

ऐसा क्यों नहीं ….

माँ बाप के इजाजत के बिना जो भी लड़के लड़कियां शादी करें, और जो बोलते हैं कि हमारी जिंदगी है हम कुछ भी करेंगे और कोर्ट में उस शादी को मंजूरी भी मिल जाती है तो अब सरकार ऐसा नियम बनाये कि ठीक है तुम अपनी मर्जी से शादी करो लेकिन तुम अपने पैदा होने से लेकर अबतक का वो सारा खर्च, वो सारा प्यार, ममता सूद समेत माँ-बाप को देकर जो उन्होंने तुम्हें दिया। फिर तुम चाहे जहाँ जाओ घरवाले नहीं रोकेंगे।

मैं समझ नहीं पा रही कि

ये शिक्षा का असर है या फिर पाश्चात्य का कि लड़कियों में अपने संस्कार के प्रति बागीपन बढ़ रहा है??

Facebook पर माँ-बाप की इज्जत का तमाशा बनाते मैंने लड़कों को तो कभी नहीं देखा ???

 

©श्वेता पांडे, मुंबई

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