गुरुकुल में डांस फेस्टिवल की रही धूम
पेंड्रा। छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देशानुसार पूरे छत्तीसगढ़ में युवा महोत्सव व नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल का आयोजन किया जाना है। शासन की मंशा है कि इन महोत्सवों व उत्सवों के द्वारा स्थानीय प्रतिभाओ को उचित स्थान व मंच मिल सके। इसी कड़ी में आज गौरेला जनपद पंचायत में स्थानीय गुरुकुल प्रांगण में युवा महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस युवा महोत्सव में गौरेला विकाशखण्ड के 15 से 40 वर्ष के सभी वर्गों के हाई स्कूल, हायर सेकंडरी, छात्रावासों व विविध कालेजों के छात्र-छात्राओं व स्थानीय लोककला मंच से आये कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रस्तुतियां दी गई। इस युवा महोत्सव में लोक नृत्य, लोक संगीत, लाइव गीत, वाद विवाद प्रतियोगिता, भाषण व व्याखयान का आयोजन किया गया। जिसमें जमकर युवाओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
जनपद पंचायत गौरेला में शासन के इस मत्वपूर्ण कार्यक्रम के महत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गौरेला के सीईओ ओपी शर्मा ने इस दो दिवसीय युवा महोत्सव व नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल के लिये व्यापक स्तर पर तैयारी की है और वे खुद इस कार्यक्रम की कमान सँभाले हुये हैं। इसके लिये उन्होंने पहले से ही अपने अधीनस्थ कर्मचारियो व सचिवों की ड्यूटी इस दो दिवसीय कार्यक्रम के लिए अलग अलग दायित्वों के निर्वहन के लिए लगाई है।
ज्ञात हो कि आज युवा महोत्सव में 15 से 40 वर्ष के सभी वर्गों का कर्यक्रम अयोजित किया गया था वही कल द्वितीय दिवस को नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल में 15 वर्ष तक के लिए ही कार्यक्रम आयोजित किया जाना है।
आज के कार्यक्रम में गौरेला जनपद पंचायत के सीईओओ पीशर्मा, गौरेला विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी गिरिश लहरे मुख्य प्रशानिक अधिकारी व आयोजक के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में शुधीर जैन, कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत बिलासपुर के उपाध्यक्ष समीरा पैकरा ने की। अन्य विशिष्ट अतिथि के रूप में जनपद पंचायत गौरेला के उपाध्यक्ष विजय राठौर, सरपंच संघ की अध्यक्ष गजमती भानु, जिला कांग्रेस के भरत राजपूत, मरवाही विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय, बृजलाल राठौर, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक, अजित सिंग पेन्द्रों सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिकों सहित विद्यार्थियों व आमजन की उपस्थिति रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव संघ के अध्यक्ष किशन राठौर, उमाशंकर उपाध्याय व जनपद पंचायत के अधीनस्थ कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।