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आर्थिक स्थिति बिगड़ रही चीन की, वेतन में कटौती और बोनस पर रोक से मिले संकेत ….

बीजिंग। चीन की वित्तीय स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है। लाखों चीनी सिविल सर्वेंट्स अपने वेतन में करीब 25 प्रतिशत की कटौती के बारे में चिंतित हैं, जबकि शिक्षकों और अधिकारियों को बोनस का भुगतान करने के लिए कहा गया है। खबरों के मुताबिक हेनान, जियांग्शी और ग्वांगडोंग प्रांतों में स्थानीय सरकारों ने सिविल सर्वेंट्स से 2021 की पहली तिमाही के लिए प्रत्येक रीपेमेंट से 20,000 युआन का चार्ज किया है।

सरकारों ने यह भी जानकारी दी है कि सभी बोनस अनिश्चित काल के लिए सस्पेंड कर दिए गए हैं। शंघाई, जियांग्शी, हेनान, शेडोंग, चोंगकिंग, हुबेई और ग्वांगडोंग में सिविल सेवा बोनस को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, पूर्वी प्रांत जियांग्शी में नानचांग जल संसाधन ब्यूरो ने जून 2021 में अपने कर्मचारियों को बोनस को 10 दिनों के भीतर चुकाने का आदेश दिया था। डेक्सिंग शहर के अधिकारियों ने शिक्षकों को अपने स्कूलों को बोनस चुकाने का आदेश दिया है।

हाल ही में चीन में कई सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती भी हुई है। चीन में स्थानीय सरकारों का वित्तीय हालत खराब हो गई है। खासकर 2020 की पहली छमाही के बाद से ऐसा देखा गया है। शंघाई को छोड़कर सभी प्रांतों ने राजकोषीय घाटे की सूचना दी है, जिसका मतलब है कि उन्होंने अपनी कमाई से अधिक खर्च किया है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2020 की पहली छमाही में प्रांतीय सरकारों का घाटा 30 प्रतिशत बढ़कर 3.4 ट्रिलियन युआन हो गया। हेनान, सिचुआन और युन्नान सभी ने 250 अरब युआन से अधिक के राजकोषीय घाटे की सूचना दी। चीन सरकार की कुल कर्ज की स्थिति चिंता का विषय है।

चीन का नॉन-फाइनेंशियल-सेक्टर कर्ज 2020 में चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 272 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। 2021 की तीसरी तिमाही में यह संख्या मामूली सुधार के साथ जीडीपी के 265 प्रतिशत पर पहुंच गई, लेकिन देश की वृद्धि पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।

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