खंडवा में आदिवासी युवक की हत्या का मामला: आरोपियों के आंगन में अंतिम संस्कार करने वाले 100 लोगों पर केस दर्ज, 9 गिरफ्तार
आदिवासी की हत्या के बाद आक्रोशित हुआ था समाज, जहां अंतिम संस्कार हुआ, वहां चबूतरा बनाने की मांग की जा रही

खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के खालवा के कोठा गांव में आदिवासी युवक फूलचंद केंडे की हत्या के बाद भीड़ के तांडव पर पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। मृतक फूलचंद का शव आरोपियों के आंगन में जलाने और सड़क जाम कर प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने 100 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज किया है। हत्या के नौ आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और वन रक्षकों को तैनात किया गया है।
फूलचंद की हत्या के बाद अब पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है और लोग दहशत में हैं। गांव में सिर्फ पुलिस की गाड़ियों की आवाजाही और सायरन की आवाज सुनाई पड़ रही है। मंगलवार को प्रदर्शन और आक्रोशित भीड़ ने जिस तरह आरोपियों के घर के आंगन में मृतक का अंतिम संस्कार किया, उसे देखते हुए पुलिस फोर्स बढ़ाया गया है। इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है, वहीं एसपी अजाक भी स्वयं जांच करने ग्राम कोठा पहुंचीं।
अस्थियां उठाकर बोले- आरोपियों के आंगन में ही बनाएंगे चबूतरा
आरोपियों के आंगन मे अंतिम संस्कार के दूसरे दिन सुबह मृतक के परिजन ने पुलिस की मौजूदगी में अस्थियां उठाईं। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को वहां से दूर रखा। इस दौरान यह बात सामने आई कि जहां अंतिम संस्कार हुआ, वहां कुछ आदिवासियों ने चबूतरा बनाने की बात कही है। इस पर पुलिस प्रशासन ने समझाइश दी और उन्हें कानून को अपने हाथ में नहीं लेने की हिदायत भी दी है। आदिवासी समाज के आक्रोश को देखते हुए एसपी विवेक सिंह ने गांव में पुलिस बल के साथ फॉरेस्ट गार्ड की तैनाती कर दी है। पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी लगातार निगाह बनाए हुए हैं।
पूरे गांव में पसरा सन्नाटा, भारी पुलिस छावनी में तब्दील पूरा कोठा गांव
हत्या के बाद मंगलवार को शव का अंतिम संस्कार आरोपियों के आंगन में करने से गांव में सन्नाटा पसरा है। लोग डरे और सहमे हैं। आरोपियों के परिजन, महिलाएं और बच्चे गांव छोड़कर अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं। कानून व्यवस्था की दृष्टि से घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
एसपी अजाक ने लिए बयान
बुधवार को इंदौर से एसपी अजाक शकुंतला पीडि़तों के गांव कोठा पहुंचीं। उन्होंने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किए और घटनाक्रम के तथ्य रिकॉर्ड में लिए। इस दौरान एसडीओपी हरसूद रविंद्र वास्कले, तहसीलदार अतुलेश सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने समाज को शंाति व्यवस्था बनाए रखने की समझाइश भी दी।
अब तक 9 लोगों को किया गिरफ्तार
खालवा थाना पुलिस ने फूलचंद की हत्या के आरोप में 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। एसडीओपी रविंद्र वास्कले ने बताया कि आरोपी दुर्गालाल पिता काशीराम यादव (36), रामू उर्फ रामदयाल पिता काशीराम (27), मायाराम पिता हरिराम यादव (40), शांतिलाल पिता गणेश यादव (38), रामदेव पिता हरिराम यादव (34), प्रभुलाल पिता काशीराम यादव (30), गणेश पिता रामलखन यादव (28), दीपक पिता राधेश्याम (28), मोहन पिता दयाराम (26) सभी निवासी ग्राम कोठा को न्यायालय पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा है।
मानव अधिकार आयोग ने किया जबाव तलब
मप्र मानव अधिकार आयोग ने आदिवासी पंच फूलचंद की पीट- पीटकर हत्या का मामला संज्ञान में लिया है। इस मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक खंडवा से प्रकरण के संबंध में प्रतिवेदन तलब किया है।
इन बिंदुओं पर की जा रही जांच
- हत्या की वारदात किन कारणों से हुई?
- मारपीट के बाद घायल फूलचंद को एम्बुलेंस में ले जाने का विरोध क्यों हुआ?
- रात को शांत हुए प्रदर्शन ने उग्र रूप क्यों लिया?
- कोरकू समाज के सदस्य इतने अक्रोशित क्यों हुए?
- हत्या की वारदात में 20 से ज्यादा नाम क्यों लिखाए गए?
- अंतिम संस्कार के लिए किसके कहने पर जगह बदली?
मामले की जांच की जा रही
खंडवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि हत्या के आरोप में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शव रखकर प्रदर्शन करने और आरोपियों के आंगन में अंतिम संस्कार करने पर 100 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जांच के बिंदु तय किए हैं। जांच की जा रही है।