10वीं-12वीं परीक्षा में बिना अनुमोदन के कर दी एक्सटर्नल की नियुक्ति
भोपाल
राजधानी में दसवीं-बारहवीं परीक्षा में एक्सटर्नल की नियुक्ति में चल रहीं लापरवाही में अब बिना अनुमोदन के नियुक्ति कर दी गई। इतना ही नहीं सिंगल-सिंगल ऑर्डर भेजने के बजया संकुल केंद्रों पर नियुक्ति पत्र बल्क में भेजे गए है। इससे किस शिक्षक की कौन से स्कूल में ड्यूटी लगी है, उसका आसानी से पता लगाया जा सकता है। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा गत दिवस पांच मार्च को समाप्त हो गई है। दसवीं-बारहवीं परीक्षा के प्रैक्टिकल के लिए एक्सटर्नल (बाह परीक्षक) की नियुक्ति कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा 20 जनवरी 2024 तक तैयार की जानी थी। लेकिन नियुक्ति का कार्य जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा पांच मार्च को परीक्षा समाप्त होने के बाद किया गया।
एक्सर्टनल की नियुक्ति में कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित कमेटी के सदस्यों को अनुमोदन भी नहीं दिया गया। पांच मार्च को ही संकुल प्राचार्यों की मेल नियुक्ति पत्र भेजे गए। नियुक्ति पत्र के सिंगल-सिंगल आर्डर भेजे जाना था। जिससे राजधानी में सभी को पता चल गया कि किस स्कूल में किस शिक्षक की ड्यूटी लगी है। वहीं, प्रदेश के अन्य जिलों में सिंगल-सिंगल आर्डर कर नियुक्ति पत्र भेजकर गोपनीयता बनाए रखी है, लेकिन राजधानी में ऐसा नहीं हो पाया । भोपाल जिले में स्कूल शिक्षा विभाग में कर्मचारी पिटे या कोई भी तोड़फोड़ कर चला जाए, लेकिन अफसरों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। राजधानी में डीईओ अंजनी कुमार त्रिपाठी की कार्यप्रणाली से नाराज होकर जिला पंचायत सदस्य दो बार निंदा प्रस्ताव पास कर चुका है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने डीईओ कक्ष का ताला तोड़कर तोड़फोड़ भी की थी। पिछले साल दसवीं-बारहवीं की पूरक परीक्षा की अनियमितता पर माशिमं सचिव ने आयुक्त लोक शिक्षण को तत्काल कार्यवाही के लिए लिख चुके हैं। इसके अलावा कई मामले हैं, जिनमें डीईओ की आला अधिकारियों को शिकायत की गई है। बावजूद इसके विभाग के अफसरों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
पटवारी भर्ती की अंतिम काउंसलिंग के लिए आज सत्यापन
पटवारी भर्ती 2022 के माध्यम से चयनित उम्मीदवारों काउंसलिंग में सत्यापन तथा दस्तावेज परीक्षण के लिए सभी कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अनुसार सेकंड राउंड की काउंसलिंग के लिए आज सत्यापन की प्रोसेस जिला स्तर पर आयोजित की जाएगी। फर्स्ट काउंसलिंग में अनुपस्थित/अपात्र उम्मीदवारों के कारण रिक्त रहे गए पदों पर कर्मचारी चयन मंडल द्वारा बनाई गई वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे। कार्यालय आयुक्त, भू-अभिलेख के अनुसार यह सेकंड एवं अंतिम काउंसिलिंग होगी। इसके लिए जिलो द्वारा रिक्त पदों की जानकारी उपलब्ध कराई गई। इसके आधार पर एमपी-आॅनलाइन द्वारा खाली पदों के विरुद्ध वेटिंग लिस्ट से सेकंड राउंड की काउंसलिंग के लिए मेरिट लिस्ट जिलों को उपलब्ध कराई गई है। विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि यह आखिरी राउंड की काउंसलिंग होगी। ऐसे में वे उम्मीदवार परेशान हो रहे हैं जो संविदा कर्मी के तौर पर शामिल हुए लेकिन गलत जानकारी देकर सिलेक्टशन लिस्ट में आए गए उम्मीदवारों के कारण उनका हक मारा जा रहा है।