मध्य प्रदेश

भोपाल में कांग्रेस का हल्लाबोल प्रदर्शन: महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बढ़ते अपराध जैसे मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरी कांग्रेस

राजभवन का घेराव करने निकले कांग्रेसियों से पुलिस की झड़प, वाटर कैनन से बौछार कर खदेड़ा, कई बड़े नेता हिरासत में

प्रदर्शन की हाईलाइट…

  • शक्ति प्रदर्शन कर कांग्रेस ने राजधानी में दिखाई अपनी ताकत, आला नेताओं सहित भारी तादात में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने किया प्रभावी प्रदर्शन
  • पूर्व सीएम कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह सहित अन्य सीनियर नेताओं ने ट्रक पर सवार होकर राजभवन किया कूच
  • गुस्साए कार्यकर्ता बैरिकेड पर चढ़े, पुलिस ने वाटर कैनन से खदेड़ा, कई घायल, एक बेहोश, जीतू पटवारी समेत कई कार्यकर्ता गिरफ्तार
  • वाटर कैनन चलते ही कांग्रेस का जोश ठंडा, पीछे से निकले कमलनाथ, जीतू पटवारी समेत बड़े नेता
  • राजभवन का घेराव करने निकाला था विशाल मार्च, दूसरा बेरीकेड भी नहीं कर सके पार

भोपाल। कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बढ़ते अपराध सहित कई मुद्दों को लेकर आज सोमवार को सरकार पर जमकर हमला करते हुए राजधानी की सड़कों पर उतरकर प्रभावी प्रदर्शन किया। पहले से तय की गई राजभवन घेराव की रणनीति को लेकर आला नेताओं के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी जवाहर चौक से पैदल मार्च कर राजभवन का घेराव करने निकले ने शक्ति प्रदर्शन कर राजभवन की ओर कूच किया, लेकिन पूरी तैयारी से लैस भारी पुलिस बल ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन में ढोल-नगाड़ों के साथ शामिल हुए।

ज्ञात हो कि कांग्रेस को राजभवन घेराव की परमिशन नहीं दी गई, क्योंकि विधानसभा सत्र की कार्यवाही के चलते वहां धारा 144 लागू है। इस दौरान धरना-प्रदर्शन, जुलूस और घेराव की अनुमति नहीं है, फिर भी कांग्रेस ने प्रदर्शन का नाम ‘राजभवन का घेराव विशाल मार्च’ दिया। कांग्रेस कार्यकर्ता जवाहर चौक से राजभवन की तरफ कूच करने निकले, जिन्हें रास्ते में ही रंगमहल चौराहे पर रोक लिया गया। रंगमहल चौराहे के पास पुलिस बल पूरी तैयारी के साथ मौजूद था। यहां पुलिस ने कांग्रेसियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा रखे थे। आगे बढ़ रहे कार्यकर्ताओं की यहां पुलिस से तीखी बहस भी हुई। गुस्साए कार्यकर्ता बैरिकेड को पार करने के लिए उसके ऊपर चढ़ गए। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने वॉटर कैनन से पानी का प्रेशर मारकर उन्हें पीछे खदेड़ दिया। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने विधायक जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी समेत कई कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें बसों में भरकर प्रदर्शन स्थल से ले जाया गया। इसके कुछ देर बाद कांग्रेस का प्रदर्शन खत्म हो गया। शक्ति प्रदर्शन में प्रदेश भर से आए नेताओं, विधायकों सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

बेरीकेड पर चढ़े कांग्रेसी चोटिल

बड़े प्रदर्शन के जोश में कांग्रेसियों ने एक बेरीकेड तो पार कर लिया, लेकिन जैसे ही वे दूसरे बेरीकेड पर पहुंचे, पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार कर दी। कांग्रेसियों पर कई गाड़ियों से ताबड़तोड़ पानी की बैछार मारी गई, जिससे भीड़ चंद मिनटों में तितर-बितर हो गई। हालत देख प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ खुद पीछे से वापस लौट गए। उनके साथ कुछ वरिष्ठ नेता भी थे। कुछ कार्यकर्ता जोश दिखाते  हुए बेरीकेड पर चढ़े तो पुलिस ने फिर से पानी की बौछार मारी। इससे वे फिसलकर नीचे गिरे। पुलिस के वाटर कैनन चलाते ही मची भगदड़ में कुछ कांग्रेसी चोटिल हो गए। इसमें भिंड युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. राजकुमार के हाथ में चोट आई है। वहीं सतना से आया एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया, जिसे इलाज के लिए तुरंत निजी हॉस्पिटल पहुंचाया गया।

दूसरे बेरीकेड पर पूरी मुस्तैद थी पुलिस

पुलिस ने दो स्तरों पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए थे। पहले को कांग्रेसियों ने पार कर लिया, लेकिन दूसरे बेरीकेड पर वाटर कैनन और टियर गैस की व्यवस्था की गई थी। कांग्रेसियों के उग्र होते ही वाटर कैनन और पुलिस बल का इस्तेमाल किया और कांग्रेसियों को पीछे खदेड़ दिया। दूसरे बेरीकेड पर कुछ लोग चढ़े थे। फिसलने से उन्हें चोट आई है। इस घटना से चंद मिनट पहले मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख केके मिश्रा ने कहा था कि सड़कों पर उतरा यह जनसैलाब जब तक भाजपा की सरकार गिर नहीं जाती, तब तक सड़क पर ही दिखेगा।

कमलनाथ बोले- कार्यकर्ता छाती ठोककर बताएं कि 15 महीने में हमने क्या किया

जवाहर चौक से राजभवन की ओर पैदल मार्च शुरू होने से पहले आयोजित सभा में पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि 18 साल आपने कांग्रेस का झंडा उठाया. यहां कोई आपको कमीशन नहीं मिलना है, लेकिन आपकी निष्ठा यहां आपको लेकर आई है। अगले 6 महीने काफी महत्वपूर्ण है, जिस निष्ठा से आपने सालों तक कांग्रेस का साथ दिया है, अगर यही जोश आप अगले 6 महीनों तक बनाए रखेंगे तो कांग्रेस की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मध्यप्रदेश में हर वर्ग परेशान है। सरकार की नीतियां बेरोजगार नौजवान, किसान, व्यापारियों से लेकर आम नागरिक की केवल परेशानियां बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में हमने ऐसे काम किए, जिससे किसी भी कार्यकर्ता को सिर नहीं झुकाना पड़ता, आप छाती ठोककर कहिए कि हमने 15 महीनों में अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया।

सरकार बोलने नहीं देती, इसलिए सड़क पर उतरे : साधौ

कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा- सरकार गूंगी बहरी है। वह किसी की सुन नहीं रही है। संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा। विधानसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा। हमने विधानसभा में पूछा कि मुख्यमंत्री जो 3 लाख करोड़ का कर्ज ले रहे हैं, उससे क्या करेंगे? आम आदमी के लिए क्या करेंगे। इनके पास कोई जवाब नहीं है। जो बोलता है उसके माइक बंद कर दिए जाते हैं। इसलिए हम लोग सड़क पर उतरे हैं।

अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी बीजेपी सरकार को लिया आड़े हाथ

इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में बदलाव की लहर है, बेईमान सरकार को उखाड़ने के लिए यह प्रदर्शन है। विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैंने किसानों को तीन हजार रुपए क्विंटल गेहूं का दाम देने की मांग की, तो क्या गलत किया, लेकिन इसके लिए मुझे विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। अब की बार बीजेपी 50 के पार नहीं पहुंचेगी। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि झांसी की रानी के साथ गद्दारी करने वाले ने जनता की चुनी सरकार गिरा दी। उनमें हिम्मत हो तो इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ लें। सभा के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ता पैदल और पूर्व सीएम कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और दूसरे बड़े नेताओं ने ट्रक पर सवार होकर राजभवन की ओर कूच किया।

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