मध्य प्रदेश

पीएम की नसीहत का असर: शाहरुख खान की पठान रिलीज, बीजेपी नेताओं की बयानबाजी बंद

प्रहलाद पटेल ने जोड़ लिए हाथ, ऊषा ठाकुर बोली- मेरी रुचि नहीं, फिल्में कम देखती हूं, कमल पटेल बोले- मरवाओगे क्या?

भोपाल। आखिर शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर एवं अपनी रिलीज से पहले ही विवादों में आई फिल्म ‘पठान’ आज बुधवार से सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। फिल्म का टीजर आने के बाद से ही मूवी और उनके सीन्स को लेकर विरोध हो रहा था। विरोध के स्वर मध्यप्रदेश से सबसे ज्यादा उठते रहे हैं। इसे लेकर भाजपा नेताओं, विधायकों और मंत्रियों की आपत्तियां खुलकर सामने आती रहीं। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी की नसीहत के बाद से ही बीजेपी नेता सहमे हुए हैं और वे कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं। नेताओं ने बयानबाजी करना बंद कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने सिनेमाघरों में सुरक्षा पुख्ता करने की मांग की है।

यहां भोपाल में चल रही भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे नेताओं से जब ‘पठान’ रिलीज होने को लेकर मीडिया ने सवाल किए तो उनका रिएक्शन देखने के काबिल था। सभी के सुर बदल चुके थे। दरअसल, पिछले हफ्ते दिल्ली में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री ने बीजेपी नेताओं को फिल्मों और मुसलमानों पर बेवजह बयानबाजी न करने की सख्त हिदायत दी थी। इसके बाद से गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक रामेश्वर शर्मा सहित अन्य सभी बीजेपी नेताओं ने इस मामले में चुप्पी धारण कर ली है।

मीडिया के सवालों पर यह रहा बीजेपी नेताओं का रिएक्शन

ऊषा ठाकुर : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आईं मध्यप्रदेश की पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर से पत्रकारों ने पूछा कि पठान फिल्म रिलीज हो रही है, आप देखने जाएंगी या देखने वालों के लिए कुछ कहेंगी? इस पर उषा ठाकुर ने कहा- दोनों पर कुछ नहीं बोलूंगी। मैं ता वैसे भी फिल्में कम ही देखती हूं। उन्होंने कहा कि फिल्में देखना या न देखना ये व्यक्तिगत रुचि और अरुचि का विषय होता है। इस पर मैं कुछ नहीं कहूंगी।

कमल पटेल : मध्यप्रदेश सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल से जब भाजपा प्रदेश मुख्यालय में मीडिया कर्मचारियों ने पूछा कि शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की विवादास्पद फिल्म पठान रिलीज हो रही है, आप क्या कहेंगे? ये सवाल सुनते ही कमल पटेल ने सवाल पूछने वाले पत्रकार से कहा- भाई! तुम मेरे मित्र हो या कोई दुश्मन। बस इतना कहकर वे तेजी से चले गए।

प्रहलाद पटेल : केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जब प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद बीजेपी प्रदेश मुख्यालय से जाने लगे, तो पत्रकारों द्वारा उनसे भी यही सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने हाथ जोड़ लिए और कहा- मरवाओगे क्या? इसके बाद भारत माता की जय बोलकर केंद्रीय मंत्री पटेल भी निकल गए।

रामपाल सिंह : पूर्व मंत्री और मौजूदा सिलवानी से भाजपा विधायक रामपाल सिंह से भी वही सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि मुझे फिल्म देखने का ज्यादा शौक नहीं है। लेकिन, उन्होंने यह सलाह जरूर दे डाली कि गलत चित्रों का प्रदर्शन न हो, किसी की भावना को आहत करने वाले चित्रों को डिलीट कर फिल्म दिखाई जानी चाहिए। इसके बाद वे भी चले गए।

इधर, कांग्रेस ने की सिनेमाघरों की सुरक्षा पुख्ता करने की मांग

वहीं, दूसरी ओर पठान मूवी की रिलीजिंग को लेकर कांग्रेस ने जहां यह फिल्म दिखाई जा रही है, उन सिनेमाघरों की सुरक्षा पुख्ता करने की मांग की है। मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने मुख्यमंत्री से ट्वीट के जरिये मांग की है कि पठान मूवी का विवाद मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री ने शुरू किया था, तो मैं मांग करता हूं कि शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के हर मूवी हॉल में पर्याप्त पुलिस बल लगा के सुरक्षा की सख्त व्यवस्था करें। असम के सीएम आश्वस्त कर चुके हैं। गुजरात के गृहमंत्री पुलिस लगा चुके हैं। किसी भी तरह की अप्रिय घटना यदि प्रदेश में पठान मूवी को लेकर होती है, तो जिम्मेदार पूरी तरह भाजपा सरकार होगी।

मप्र से ही शुरू हुआ था ‘पठान’ का विरोध

ज्ञात हो कि, पठान फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद सबसे पहले मध्यप्रदेश से ही विरोध शुरू हुआ था। प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने फिल्म के गाने बेशरम रंग.. में दीपिका पादुकोण के भगवा बिकनी पहनने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था- फिल्म में कुछ आपत्तिजनक दृश्य हैं। इन्हें हटाया जाना चाहिए। उन्होंने पठान को मध्यप्रदेश में प्रतिबंधित करने की भी चेतावनी दी थी। इसके बाद फिल्म का जगह-जगह विरोध होने लगा और भाजपा नेताओं के बयानों का सिलसिला चल निकला था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नसीहत के बाद विरोध के स्वर ठंडे पड़ गए।

Back to top button