लेखक की कलम से
तेरे प्यार का जो नशा छा गया है…
तेरे प्यार का जो नशा छा गया है
तसव्वुर तेरा अब मुझे भा गया है
मेरे दिल की हालत तो आकर के देखो
कि जैसे चमन कोई महका गया है
कई दर्द हैं मेरे इस दिल के अंदर
तुम्हें याद करके भुलाया गया है
जरा कोई जीने का जरिया बता दो
कदम ये मेरा आज थम सा गया है
तेरी याद में वक्त कटता है ऐसे
मुझे जिंदगी का मजा आ गया है
-क्षमा द्विवेदी, प्रयागराज