मध्य प्रदेश

जौरा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे स्पेशल डीजी को झटका

सरकार ने अमान्य किया वीआरएस का प्रस्ताव

भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के मप्र कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अफसर और लोक अभियोजन में विशेष पुलिस महानिदेशक पुरुषोत्तम शर्मा को राज्य सरकार ने जोर का झटका धीरे से दिया है। शर्मा मुरैना जिले की जौरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार शर्मा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ के संपर्क में थे, जिससे उनकी टिकट की दावेदारी भी पक्की मानी जा रही थी, लेकिन राज्य सरकार ने उनके वीआरएस का आवेदन अमान्य कर उनके प्लान पर पानी फेर दिया है।
दरअसल, पुरुषोत्तम शर्मा सेवा के अलावा पारिवारिक मामलों के चलते लंबे समय तक विवादों में रहे हैं। विवाहित रहते प्रेमिका से संबंध और पत्नी को पीटने के मामले में शर्मा के खिलाफ उनकी पत्नी और पुत्र ने विभाग में लिखित में शिकायत की थी। उनका मामला विभाग प्रमुख से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचा था, जिसके बाद उन्हें तीन साल पहले निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी गई थी। इसके अलावा एक और जांच उनके ऊपर चल रही है। शर्मा निलंबन के खिलाफ प्रशासनिक अधिकरण कैट में गए थे, जिसने शर्मा का निलंबन बहाल करने का आदेश दिया था, इसके विरोध में सरकार हाईकोर्ट में गई, कोर्ट ने उनका निलंबन समाप्त करने का आदेश दिया था। उसके बाद शर्मा का निलंबन दिसंबर 2023 में समाप्त हुआ था। उनकी विवादित शैली के चलते ही वे प्रदेश के पुलिस विभाग का मुखिया बनने से वंचित रह गए। उनकी सेवानिवृत्ति भी इसी साल होनी है, ऐसे में वे राजनीति में किस्मत अजमाना चाहते हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी की और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के संपर्क में भी बने हुए हैं। इस बीच शर्मा ने 31 मई 2023 को सेवा से वीआरएस लेने के लिए आवेदन कर दिया, लेकिन उनके ऊपर चल रही दो विभागीय जांचों का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने मंगलवार को उनका प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। जाहिर है सेवा में होने के चलते वे अब चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। शर्मा की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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