मध्य प्रदेश

मतदाताओं को जागरुक करने में जुटा प्रशासन

 भोपाल

लोकसभा चुनावों के लिए तारीखों का एलान हो चुका है। चुनाव आयोग चाहता है कि इस बार भी प्रदेश के सभी मतदान केन्द्रों पर विधानसभा की अपेक्षा अधिक मतदान हो। इसके लिए चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के 26 जिलों के ऐसे 75 विधानसभा क्षेत्रों को चिन्हित किया है जहां 75 फीसदी से कम मतदान हुआ था। इन मतदान केन्द्रों में बीस मार्च से विशेष जागरुकता प्रचार वाहनों का संचालन शुरु किया गया है। इन प्रचार वाहनों पर मतदाता जागरुकता के लिए लघु फिल्म, स्लोगन, पोस्टर और जिंगल्स के जरिए मतदाताओं को जागरुक कर अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  अनुपम राजन ने बताया कि विधानसभा चुनाव  2023 में प्रदेश के 26 जिलों के 75 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत 75 फीसदी से कम था, इन विधानसभा क्षेत्रों में लोकसभा निर्वाचन-2024 के दौरान मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में इन सभी 75 विधानसभा क्षेत्रों में विशेष मतदाता जागरुकता वाहन चलाए जा रहे है। इन प्रचार वाहनों के जरिए  लघु फिल्म, स्लोगन, पोस्टर के माध्यम से मतदाताओं को मतदान का महत्व और लोकतंत्र में उनके एक वोट की क्या कीमत है, इसके बारे में जागरूक किया जाएगा।

जिन जिलों में ये मतदाता जागरुकता वाहन शुरू किए गए है उनमें मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, दतिया, गुना, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, कटनी, जबलपुर, भोपाल, देवास, खण्डवा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इन्दौर, उज्जैन और रतलाम जिले के विधानसभा क्षेत्र शामिल है यहां मतदाता जागरुकता प्रचार वाहन हाट-बाजार, चौराहों, शहरी क्षेत्रों, मोहल्लों और ग्रामीण अंचलों में हाट बाजार, पंचायत क्षेत्र, मंदिर, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैशन और अन्य सार्वजनिक स्थान जहां पर अधिक संख्या में आमजन एकत्रित होते है वहां पहुंचाए जा रहे है। मतदाता भी कौतूहल के साथ इन प्रचार रथों के आसपास एकत्रित होकर इन्हें देख रहे है, सुन रहे है और चुनाव संबंधी, मतदान संबंधी सुविधाओं और अन्य जिज्ञासाओं से जुड़े सवाल पूछ रहे है।

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