मध्य प्रदेश

रेप के आरोप में जेल में बंद मिर्ची बाबा की डीएनए रिपोर्ट निगेटिव आई, अब जल्द बरी होंगे बाबा

केन्द्रीय जेल भोपाल के बैरक-17 में बाबा का ज्यादातर वक्त बीत रहा भक्ति-भाव में

भोपाल। रेप के आरोप में जेल में बंद मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यानंद गिरि की डीएनए रिपोर्ट निगेटिव आई है। यानी उसके सैम्पल पीडि़ता से नहीं मिले हैं, जिसके बाद उसके वकील ने जल्द ही जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। इधर, बाबा को केन्द्रीय जेल भोपाल के बैरक-17 में रखा गया है। जहां उसका ज्यादातर वक्त भक्ति-भाव में बीत रहा है। मिर्ची बाबा के वकील श्रीकृष्ण धौंसेला बताते हैं- पुलिस विवेचना के दौरान भोपाल के जेपी अस्पताल में आरोपी का डीएनए सैंपल लिया गया था। उसी समय बाबा को जेल से बुला कर ब्लड सैंपल लिया था। वो सारा सैंपल उन्होंने फॉरेंसिक जांच में दिया था। वो सारी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई हैं। उनका मिलान नहीं हो पाया है। इससे केस में यह फायदा होगा कि बाबा को राजनीतिक पूर्वक फंसाया गया था। आने वाले समय में बाबा बरी होंगे। हमें न्यायालय पर पूरी तरीके से भरोसा है।

जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि बाबा का अधिकतर वक्त माला फेरने में कटता है। वह अब शालीनता से रहता है। सुबह उठकर जेल के अंदर बने मंदिर में पूजा करता है। इसके बाद बैरक में चला जाता है। उसके बैरक में सभी अंडर ट्रायल कैदी हैं। बाबा 8 माह से जेल में बंद है। करीब दो महीने पहले पुलिस उसे जेल से लेकर जेपी अस्पताल पहुंची थी। जहां, डीएनए के लिए पीडि़ता और बाबा के मेडिकल सैम्पल लिए गए थे। बता दें कि 8 अगस्त 2022 को रायसेन की 28 साल की महिला ने मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यानंद गिरि के खिलाफ रेप व धमकी का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद उसे ग्वालियर से गिरफ्तार किया गया था। तब से ही बाबा भोपाल की केन्द्रीय जेल में है।

डीएन रिपोर्ट आरोपी के पक्ष में कोई ठोस सबूत नहीं

सीनियर क्रिमिनल लॉयर जगदीश गुप्ता बताते हैं, डीएनए टेस्ट रिपोर्ट का बलात्कार के मामले में आरोपी के पक्ष में आना कोई ठोस सबूत नहीं है। कोर्ट अनुमान लगाकर भी निर्णय पारित कर सकती है। न्यायालय विशेषज्ञों की भी विशेषज्ञ है। इस उपधारणा के कारण न्यायालय कोई भी निर्णय पारित कर सकती है। विक्टिम के बयान, साक्षियों के बयान पर भी कोर्ट उसका अनुमान लगाकर निर्णय पारित कर सकती है।

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