मध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार की ‘सीखो कमाओ योजना’ लॉन्‍च, अब काम सीखने के बदले मिलेगा स्‍टाइपेंड 

सीएम शिवराज बोले- इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार दिलाने के साथ ही कौशल भी सिखाया जाएगा, दक्ष मैन पावर उपलब्ध कराने के लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क

भोपाल। मध्‍यप्रदेश में मंगलवार को मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ का शुभारंभ किया। भोपाल के रविंद्र भवन में सीखो-कमाओ योजना पोर्टल में युवाओं का रजिस्‍ट्रेशन प्रारंभ किया गया। खुद मुख्यमंत्री ने पोर्टल में एक युवा का रजिस्‍ट्रेशन करते हुए इसकी शुरुआत की। इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार दिलाने के साथ ही कौशल भी सिखाया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत 12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किए हुए सभी युवाओं को कौशल और रोजगार मिलेगा। इसमें काम सीखने के बदले प्रदेश सरकार युवाओं को स्टाइपेंड भी देगी।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के शुभारंभ और योजना पोर्टल पर युवाओं के पंजीयन के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह।

700 स्‍ट्रीम्‍स में मिलेगी ट्रेनिंग

इस योजना के तहत 700 कार्यों को स्वीकृति दी गई है जिनमें इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रैवल, अस्पताल, रेलवे, आईटीआई, सॉफ्टवेयर, बैंकिग, बीमा, लेखा, चार्टेड अकाउंटेंट, अन्य वित्तीय सेवाओं सहित कई और काम सिखाए जाएंगे। ये काम सीखने के दौरान युवाओं को स्टाइपेंड दिया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं देती, पंख देती है ताकि वो प्रगति और विकास की लंबी उड़ान उड़ सकें। उन्होंने कहा कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देना बेईमानी है, इसकी बजाय उन्हें काम सिखाया जाए और उसके बदले में पैसा दिया जाए, ताकि उनके लिए स्थायी रोजगार की व्यवस्था हो जाए। इसके अलावा सीएम शिवराज ने कहा कि अब मध्य्प्रदेश में शासकीय नौकरियों में लगातार भर्ती की जाएगी।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के शुभारंभ और योजना पोर्टल पर युवाओं के पंजीयन के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह।

ऐसे मिलेगा योजना का लाभ

योजना के तहत, 12वीं पास युवाओं को 8000 रुपये महीना, आईटीआई किए युवाओं के 8500 रुपया महीना, डिप्लोमा धारकों को 9000 रुपया और इससे अधिक शिक्षा प्राप्त ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को 10,000 रुपये महीना स्टाइपेंड दिया जाएगा। जिन प्रतिष्ठानों में युवा काम करेंगे, उनके और प्रदेश सरकार के बीच ऑनलाइन अनुबंध किया गया है। युवाओं को स्टाइपेंड की राशि उनके बैंक अकाउंट में डीपीटी यानी टायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दी जाएगी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में युवक राज कुशवाह का पोर्टल पर पंजीयन करवाकर पोर्टल की शुरूआत की।

आधा दर्जन से अधिक उद्योग समूह भी हुए शामिल

कार्यक्रम में प्रदेश के सभी कॉलेज, स्कूल और तकनीकी शिक्षा संस्थान कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा, कौशल और रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, खजुराहो सांसद वीडी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में टाटा प्रोजेक्ट्स, वॉल्वो-आयशर, सन फार्मा, ट्राइडेंट, वर्धमान टेक्सटाइल और सागर ग्रुप के पदाधिकारी भी शामिल हुए। योजना की राज्य स्तरीय लांचिंग में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास जारी हैं।

योजना से अब तक 10 हजार 432 प्रतिष्ठान जुड़ेे

मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में अब तक 10 हजार 432 प्रतिष्ठानों ने पंजीयन करा लिया है और 34 हजार 785 वेकेंसी चिन्हित हैं। प्रदेश के साथ ही प्रदेश के बाहर के प्रतिष्ठानों को भी योजना से जोड़ा जा रहा है। कार्यक्रम को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के पोर्टल का रिमोट का बटन दबाकर शुभारंभ किया।

सीएम शिवराज सिंह ने कहा… युवाओं की क्षमता, टेलेंट और उनके सपनों को मरने नहीं दूंगा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि युवाओं में क्षमता, प्रतिभा व टेलेंट है, मैं उनके सपनों को मरने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं में क्षमता, ऊर्जा, प्रतिभा और टेलेंट है। उद्योगपति और व्यापारिक संस्थान इन्हें काम सिखाएंगे, तो वे उनके प्रतिष्ठान को मालामाल कर देंगे। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और युवाओं के हितों को समान रूप से ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। इससे युवाओं को काम सीखने का मौका मिलेगा और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। योजना के सफल क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश आगे बढ़ेगा। प्रदेश में आने वाले उद्योगों को दक्ष मैन पावर उपलब्ध कराने के लिए भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क आरंभ किया जा रहा है, जहां युवाओं को कौशल उन्नयन के अवसर मिलेंगे। इसी प्रकार के पार्क ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और इंदौर में भी आरंभ होंगे। सीएम ने आईटीआई उत्तीर्ण राज कुशवाह का योजना के पोर्टल पर स्वयं पंजीयन कराकर योजना का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम भोपाल में संविदा कर्मियों के सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।

15 अगस्त से पहले एक लाख युवाओं को दी जाएगी नौकरी

स्वतंत्रता दिवस पर एक साल में एक लाख सरकारी नौकरियां देने की बात कही गई थी। अब तक 55 हजार भर्तियां हो चुकी हैं और आगामी 15 अगस्त से पहले एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियां हो जाएंगी। रोजगार के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि में स्व-रोजगार के लिए ऋण की व्यवस्था की गई है। युवा स्वयं का स्टार्टअप आरंभ कर सकते हैं। प्रदेश में अब तक 2800 स्टार्टअप कार्यरत हैं। प्रदेश की धरती पर निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं। उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में लगभग 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ के निवेश की प्रतिबद्धता अभिव्यक्त की गई है। इन उद्योगों से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पोर्टल पर युवाओं के पंजीयन के राज्य स्तरीय शुभारम्भ कार्यक्रम में कन्या-पूजन किया।

‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना’ के लिए पात्रता

  • उम्र 18 से 29 साल होनी चाहिए।
  • मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • 12वीं, ITI, डिप्लोमा, ग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट।
  • समग्र पोर्टल पर आधार E-Kyc जरूरी है।
  • रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और Email होना जरूरी।
  • बैंक खाता आधार से लिंक और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) इनेबल्ड हो।

 

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