मध्य प्रदेश

भाजपा की नाक के नीचे गौशालाओं के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर, रीवा में अवैध वसूली कर रहे 8 एनजीओ ब्लैक लिस्टेड…

भोपाल. मध्यप्रदेश के रीवा जिले में गौ शाला के नाम पर अवैध वसूली के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. शिकायतें मिलने के बाद पहुंची केंद्रीय पशु कल्याण समिति की जांच में जिले के त्योंथर तहसील क्षेत्र में 8 गौशालाएं फर्जी निकलीं। यहां डिस्पेंसरी के नाम पर अवैध रूप से सरकारी फंड वसूला जा रहा था. अब जांच समिति द्वारा इन फर्जी गौशालाएं चलाने वाले एनजीओ को ब्लैक लिस्टेड कर एफआईआर कराने जा रही है।

दरअसल, रीवा जिले से लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि यहां गौशालाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. ये शिकायतें केंद्रीय पशु कल्याण समिति तक भी पहुंचीं। इसके बाद केन्द्रीय पशु कल्याण विभाग के सदस्य यहां जांच के लिए पहुंचे. उन्होंने गौ शालाओं की जांच की और  शिकायत सही पाए जाने पर 8 को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. केंद्रीय एनिमल वेल्फेयर के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी की ने बताया कि जांच समिति ने दो दिन तक गौशालाओं का निरीक्षण किया, तब पता चला कि यहां त्योंथर तहसील में 8 गौशालाएं ऐसी हैं, जहां डिस्पेंसरी के नाम पर गलत तरीके से केवल सरकारी फण्ड निकाला जा रहा था. उसके बाद उन्होंने तत्काल सभी 8 गौशालाओं को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. वहीं, इन गौशालाओं को संचालित करने वाले प्राइवेट एनजीओ को रिकवरी का नोटिस भेज दिया गया है. रिकवरी नहीं मिलने पर उनके खिलाफ एफआईआर की जाएगी.

प्रशासन ने नहीं किया सहयोग

केंद्रीय पशु कल्याण समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी ने बताया कि जब वह जांच के लिए रीवा पहुंचे तो प्रोटोकॉल के तहत उनकी जानकारी प्रशासन को दी गई. परंतु, जांच में उन्हें प्रशासनिक सहयोग नहीं मिला. प्रशासन का कोई भी आदमी 2 दिन तक उनसे मिलने नहीं पहुंचा. जाहिर है प्रशासन में बैठे लोगों की मिलीभगत से ही ये फर्जीवाड़ा किया जा रहा होगा. रघुवंशी का मानना है प्रशासन को पहले ही अपनी गलती का आभास हो गया था इस वजह से वह जांच में सहयोग के लिए नहीं पहुंचा.

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