मध्य प्रदेश

विवादित किताब मामला: इंदौर लॉ कॉलेज के प्राचार्य और प्रोफेसर सस्पेंड, 3 गेस्ट टीचर्स को भी दिखाया बाहर का रास्ता

भोपाल। इंदौर के शासकीय नवीन लॉ कॉलेज मामले में प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। विवादित किताब मामले में 7 सदस्यीय रिपोर्ट पर उच्च शिक्षा मंत्री ने प्राचार्य और सहायक प्राध्यापक को सस्पेंड कर दिया है। वहीं, तीन गेस्ट टीचर को भी बाहर का रास्ता बता दिया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूरे मामले की जांच के लिए 4 दिसंबर को 7 सदस्यीय समिति गठित की थी। इस कमेटी में डॉ. मधुरा प्रसाद अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा भोपाल, डॉ. किरण सलूजा प्रभारी अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इंदौर, डॉ. अनूप कुमार व्यास प्राचार्य श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय इंदौर, डॉ. कुंभल खंडेलवाल प्राध्यापक श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय इंदौर, डॉ. आरसी दीक्षित प्राध्यापक शासकीय होलकर विज्ञान स्व-शासी महाविद्यालय इन्दौर और डॉ. संजय कुमार जैन प्राध्यापक शासकीय बाबूलाल गौर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय भेल भोपाल को शामिल किया गया था।
समिति ने जांच कर रिपोर्ट विभाग को सौंप दी। इस रिपोर्ट पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने प्राचार्य डॉ. इनामुर्रहमान और डॉ. मिर्जा मौजीज बेग को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, तीन अन्य गेस्ट टीचर को फालेन आउट किया है। ज्ञात हो, शासकीय नवीन लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में कथित हिंदुओं के खिलाफ भड़काने वाली विवादित किताब मिलने के बाद एबीवीपी ने कार्रवाई की मांग की थी। बता दें, डॉ. फरहत खान की किताब सामूहिक हिंसा और दांडिक न्याय पद्धति शीर्षक से प्रकाशित किताब में आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद को अल्पसंख्यकों पर बलपूर्वक गुलाम बनाने की बात कही गई है। इसके बाद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले में पुलिस को किताब की जांच कर एफआईआर करने के निर्देश दिए थे। पुलिस ने मामले में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. इनामुर्रहमान, सहायक प्राध्यपक डॉ. मिर्जा मौजीज बेग, किताब की लेखिका डॉ. फरहत खान और अमर लॉ पब्लिकेशन के खिलाफ केस दर्ज किया था।
एफआईआर दर्ज होने के बाद किताब की लेखिका डॉ. फरहत फरार हो गई थी। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। गुरुवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने डॉ. फरहत को पुणे से गिरफ्तार किया है। वह पुणे के अस्पताल में अपना इलाज करा रही हैं। उनकी दोनों किडनी फेल हैं। वहां उनका डायलिसिस चल रहा था। पुलिस ने उनको मौके पर गिरफ्तार कर जमानत दे दी और उनको पूछताछ के लिए कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। साथ ही गृहमंत्री ने बताया कि लेखिका की एक अन्य किताब भी सामने आई है। उसकी जांच की जा रही है। यदि उसमें विवादित सामग्री पाई गई तो उसमें भी केस दर्ज किया जाएगा।
यह है मामला
इंदौर के शासकीय नवीन विधि कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किए गए हंगामे के बाद लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। पूर्व में यहां वर्तमान में प्रोफेसर डॉ. फरहत खान की एक विवादित किताब छात्रों को पढ़ाए जाने का मामला सामने आया था। इस मामले की जांच चल ही रही थी कि, कॉलेज की लाइब्रेरी में डॉ. फरहात खान की लिखी एक और किताब सामने आ गई। ‘महिलाएं व आपराधिक विधि’ टाइटल की इस किताब को इलाहाबाद के सेंट्रल लॉ पब्लिकेशंस ने प्रकाशित किया है। लाइब्रेरी में मिली नई पुस्तक में कई समाजों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। इसमें हिंदू धर्म व हिंदू देवी देवताओं को लेकर काफी आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। पुस्तक में लिखा गया है कि भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के लगभग एक हजार वर्ष पुराने संपर्क के फलस्वरूप दोनों ने एक-दूसरे को प्रभावित किया है। इस्लाम छुआछूत जाति प्रजाति का विरोधी है, लेकिन भारतीयकरण के फलस्वरूप भारत के मुसलमानों में भी जाति प्रथा का प्रवेश हो गया है। यह किताब सामने आने के बाद एबीवीपी ने नया मोर्चा खोल लिया है। नई कमेटी के समक्ष भी विद्यार्थी परिषद ने शिकायत दर्ज कराई है।

Back to top button