मध्य प्रदेश

मानहानि केस में राहुल गांधी को 2 साल की सजा: वीडी शर्मा बोले- आज कोर्ट ने मुहर लगा दी कि वे आदतन अपराधी हैं

भोपाल/सूरत। राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लेकर दिए गए एक बयान पर सूरत कोर्ट में दर्ज किए मानहानि केस में राहुल को 2 साल की सजा सुनाई गई है। फैसला आने के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि राहुल गांधी ने भारत के प्रधानमंत्री से लेकर कई लोगों के बारे में इस तरह की शब्दावली का उपयोग किया है। न्यायालय ने इसे उचित नहीं माना। दुनिया के देशों में भारत का अपमान कैसे हो सकता है? भारत का अपमान कैसे किया जा सकता है? यह लगातार राहुल गांधी कर रहे हैं। राहुल गांधी पर आज इस देश में आदतन अपराधी के रूप में मुहर लगी है। कोर्ट ने इस बात पर मोहर लगा दी है कि देश में राहुल गांधी गैर जिम्मेदाराना व्यक्ति हैं। पूरा गांधी परिवार आज जमानत पर है।

दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक बयान ने उन्हें मुश्किलों में डाल दिया है। राहुल गांधी द्वारा दिए गए ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है…’ बयान से जुड़े मानहानि केस में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा से दंडित किया। कोर्ट ने उन पर 15 हजार का जुर्माना भी लगाया। इसके कुछ देर बाद उसी कोर्ट ने राहुल गांधी को 30 दिन के लिए जमानत देते हुए निर्णय के खिलाफ उच्‍च न्‍यायालय में अपील करने की अनुमति दी गई। सुनवाई के दौरान राहुल कोर्ट में मौजूद रहे। राहुल गांधी आज सुबह ही सूरत पहुंचे। उनके सूरत पहुंचने पर राज्य में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उनका स्वागत किया।

ज्ञात हो कि, वर्ष 2019 में राहुल गांधी ने कर्नाटक की एक चुनावी रैली में यह विवादित बयान दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?’ इस पर पूर्णेश मोदी नाम के शख्स ने राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। राहुल गांधी के खिलाफ ‘मोदी सरनेम’ को लेकर पूर्णेश मोदी के अलावा कई अन्‍य नेताओं ने भी केस दर्ज किया है।

कौन हैं पूर्णेश मोदी?

पूर्णेश मोदी भाजपा के दो बार से विधायक हैं और पेशे से वकील हैं। पूर्णेश मोदी, सूरत के अदजान इलाके में अपने परिवार के साथ रहते हैं। गुजरात की तेरहवीं विधानसभा (2013-17) के उपचुनाव में जीत कर वह पहली बार गुजरात विधानसभा पहुंचे थे। साल 2013 में सूरत पश्चिमी सीट के तत्कालीन विधायक किशोर भाई की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी ने पूर्णेश मोदी को चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की थी।

भाजपा की उम्‍मीदों पर खरे उतरे…

भाजपा ने जो दांव खेला था, वो सफल रहा। ऐसे में जब साल 2017 के विधानसभा चुनाव हुए, तो पूर्णेश मोदी को ही बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया। पूर्णेश ने इस बार भी जीत हासिल की। पूर्णेश मोदी ने सदन में गुजरात सरकार की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण समिति के सदस्य के रूप में 12 अगस्त 2016 से 25 दिसंबर 2017 तक संसदीय सचिव की भूमिका का निर्वहन भी किया था। पूर्णेश इससे पहले सूरत नगर निगम के नगर सेवक भी रहे। साल 2000-05 में वो निगम के सदन में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के नेता थे।

सुशील मोदी ने भी राहुल गांधी पर कर रखा है केस

राहुल गांधी की उक्त टिप्पणी के बाद बिहार से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी मानहानि का केस दायर किया था, जो अदालत में विचाराधीन है। सूरत कोर्ट का फैसला आने के बाद सुशील मोदी ने कहा, ‘मैं अदालत के फैसले का स्वागत करता हूं। मैं भी एक मोदी हूं। राहुल गांधी की टिप्पणी से मैंने भी खुद को अपमानित महसूस किया। मैंने पटना में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है और उम्मीद है कि मुझे भी न्याय मिलेगा।’

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