मध्य प्रदेश

जिलाध्यक्ष पर भारी पड़े महामंत्री, समन्वय में खत्म हुआ बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष का दौरा, स्थानीय नेताओं के घर चाय-नाश्ते व भोजन में उलझे प्रदेशाध्यक्ष…

खंडवा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा आए तो थे संगठन की नकेल कसने के लिए, किंतु ज्यादा समय समन्वय और नेताओं के घर मान-सम्मान में बीत गया। पूरी यात्रा में जिलाध्यक्ष से ज्यादा महामंत्रियों की चली। लोकसभा उपचुनाव के पहले खंडवा, बुरहानपुर एवं खरगोन जिले का दौरा करके वीडी शर्मा ने लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने के साथ ही दावेदारों को भी साधने का प्रयास किया। अब निकट भविष्य में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के खंडवा दौरे का रास्ता साफ हो गया है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा का यह पहला दौरा था, जो सांसद नंदकुमारसिंह चौहान के निधन के बाद उपजी परिस्थितियों में लोकसभा उपचुनाव के परिपेक्ष्य में हुआ है। भाजपा पिछले 6 महीने से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के दौरे का इंतजार कर रही थी, इस बीच दावेदारों की होड़ और दावों के बीच कोरोना माहौल के बाद बदले परिदृष्य में क्षेत्र की उम्मीदे बहुत ज्यादा थी। यदि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान खंडवा आते तो भाजपा की गुटबाजी, नेताओं की तनातनी, भाजपा के पदाधिकारियों की हकीकत सामने नहीं आती, दौरा प्रशासनिक होकर निपट जाता इसलिए मुख्यमंत्री बुरहानपुर और खरगोन आकर लौट गए हर बार खंडवा का दौरा टल गया।

इधर, प्रदेशाध्यक्ष के दौरे में मीडिया की नाराजगी तो खुलकर सामने आई ही, जिस पर विधायकों को मीडिया को साधने में मशक्कत करना पड़ी। दौरे में जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल पर महामंत्री अरुणसिंह मुन्ना और राजेश तिवारी भारी पड़ते दिखे। स्थिति यह बनी कि पूरा दौरा महामंत्रियों ने हाईजेक कर लिया। प्रदेशाध्यक्ष के नजदीकी होने के चलते राजेश तिवारी और हाल ही में प्रदेश प्रवक्ता बने पंधाना विधायक राम दांगोरे की खूब चली। प्रचार प्रसार स्वागत बैनर में पंधाना विधायक ने सबको पीछे छोड़ दिया। दावेदारों में कृष्णमुरारी मोघे, विजय शाह, राजपालसिंह तोमर ने भी स्वागत होर्डिग सजाए वही विधायकों में राम दांगोरे, देवेन्द्र वर्मा, नारायण पटेल ने भी बढ चढ़कर फलेक्स बैनर सजाए।

वीडी शर्मा के दौरे में चाय पर चर्चा, नाश्ते पर बैठक और भोजन की राजनीति भी खूब चली जिसमें महामंत्रियों के फैसले अहम रहें। सेवादास पटेल ने बमुशकिल अपने एक करीबी नेता के घर सुबह नाश्ते पर बैठक रखी किंतु वह निरस्त होकर शाम को चाय पर सीमित हो गई। इस चक्कर में प्रदेशाध्यक्ष को लोकसभा उपचुनाव के दावेदार राजेश डोंगरे, पूर्व जिलाध्यक्ष हरीष कोटवाले, विधायक देवेन्द्र वर्मा व राम दांगोरे और पूर्व महापौर सुभाष कोठारी के घर भी जाना पड़ा। संगठनात्मक नकेल कसने से ज्यादा मशक्कत नेताओं के घर चाय नाश्ता करने में करना पड़ीं, विधायक देवेन्द्र वर्मा ने भी अपने करीबी कैलाश राठौर एवं जीवन डिंडोरे के प्रदेशाध्यक्ष का भोजन फिक्स करवा लिया। नतीजा यह हुआ कि वी डी शर्मा रात एक बजे कैलाश राठौर के निवास पर भोजन करने पहुंचे।

इस तरह कुल मिलाकर संगठनात्मक दौरा समन्वय बनाने में खत्म हो गया। उम्मीद है अब एकजुट हो चुकी भाजपा मुख्यमंत्री के दौरे के लिए तैयार हो जाएगी। आपसी समन्वय के साथ तमाम नेतागण खंडवा के विकास, ट्रांसपोर्ट नगर, बायपास, स्वीमिग पूल, नर्मदा जल परियोजना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे, ताकि नेताओं के दौरे का शहर को भी फायदा मिले।

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