लखनऊ/उत्तरप्रदेश

सरकार ने दी नई सुविधा, वृद्धावस्था पेंशन पाने वालों के लिए खुशखबरी, नहीं लगाना होगा बैंक का चक्कर …

लखनऊ। सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन पाने वालों को बड़ी राहत दी है। त्योहारों के मौके पर बुजुर्गों को खुश होने का मौका दिया है। लाभार्थियों को खाते में पेंशन की राशि आई या नहीं यह जानने लिए बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। बहुत जल्द उन्हें अपने मोबाइल फोन पर एसएसएस के जरिये इसकी सूचना मिल जाएगी।

अभी तक विभाग के पास इस योजना के सभी लाभार्थियों के मोबाइल फोन नम्बर नहीं थे, मगर आधार प्रमाणीकरण के साथ हुए ई.केवाईसी की वजह से लाभार्थियों के फोन नंबर संकलित हो चुके हैं। विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अभी जिन लाभार्थियों का आधार प्रमाणीकरण हो चुका है, उनके खातों में अप्रैल से जून तक की पेंशन राशि भेजी जा रही है।

प्रयास इस बात के हो रहे हैं कि 15 अक्तूबर तक सभी लाभार्थियों के खातों में जुलाई से सितम्बर की पेंशन की राशि भी भेज दी जाए। आधार सत्यापन के मामले में शीर्ष पांच जिलों में से चार जिले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं। इनमें भी फिरोजाबाद सबसे ऊपर है।

फिरोजाबाद में आधार प्रमाणीकरण संख्या 49,257, बिजनौर में 41,856, अमरोहा 24,155 , हापुड़ में 10,613 है। इसके अलावा फिरोजाबाद में लाभार्थियों की संख्या 57,124 है, बिजनौर में 52,841, अमरोहा में 30,691 और हापुड़ में 13,737 है। कुल मिलाकर इन जिलों में आधार सत्यापन पूरा हो चुका है।

प्रदेश में आधार प्रमाणित पेंशनरों की संख्या कुल 37.49 लाख हैं। इसके अलावा आधार प्रमाणीकरण से बचे लाभार्थियों की संख्या 15.55 लाख है। प्रदेश में कुल लाभार्थियों की संख्या 56 लाख हैं। उत्तर प्रदेश में वृद्ध जनों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए समाज कल्याण विभाग के आला अधिकारी टीम बनाकर घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य कर रहे हैं।

समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बताया कि वृद्धवस्था पेंशन योजनान्तर्गत वेबसाइट https:spy-up.gov.in पर जाकर अपने जिले विकास खंड\नगर निकाय, ग्राम पंचायत\नगरीय वार्ड को सेलेक्ट कर अपने ग्राम तथा नगरीय वार्ड की पेंशन सूची से अपना रजिस्ट्रेशन नंबर ज्ञात कर सकते हैं।

लाभार्थी पेंशन पोर्टल पर जाएं और लाल रंग की पट्टी आधार प्रमाणीकरण के लिए फ्लैश होती है, उसे क्लिक कर वृद्धास्था पेंशन का चयन करते हुए रजिस्ट्रेशन नम्बर, मोबाइल नम्बर और बैंक अकाउण्ट नम्बर डालते ओटीपी के माध्यम से अपना मोबाइल नम्बर पेंशन के साथ दर्ज कर लें। लाभार्थी का नाम पेंशनर सूची में व आधार में समान है, तो रजिस्ट्रेशन के साथ आधार का प्रमाणीकरण आसानी से हो जाएगा।

जिन लाभार्थियों का नाम उनके आधार कार्ड से भिन्न है, ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायत अधिकारी / पंचायत सहायक के माध्यम से आधार कार्ड की फोटोकॉपी पर लाभार्थी का मोबाइल नम्बर अथवा किसी निकट संबंधी का मोबाइल नम्बर जिला समाज कल्याण अधिकारी को उपलब्ध करायें, ताकि  जिला स्तर से आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

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