मध्य प्रदेश

विद्यार्थी योजना, 91 हजार 643 स्टूडेंट्स को सीएम शिवराज ने दी लैपटॉप की राशि ….

भोपाल. बेहतर इनोवेशन लाने वाले छात्र-छात्राओं को सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को 50 हजार से लेकर 50 लाख तक का लोन दिया जाएगा. इसकी गारंटी खुद सरकार लेगी. बच्चों को रोजगार देने वाला बनना है. इसी दिशा में सभी विद्यार्थियों को आगे बढ़ना है. आप सभी के भविष्य की चिंता माता-पिता की नहीं, बल्कि मामा शिवराज सिंह चौहान की है.

यह बात एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में कही. इस अवसर पर उन्होंने मेधावी विद्यार्थी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए राशि वितरित की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए प्रतीक स्वरूप चेक दिए. सीएम ने छात्र-छात्राओं से संवाद कर कहा कि मामा बच्चों की पढ़ाई में कोई भी कमी नहीं आने देंगे. आप सभी खूब मन लगाकर पढ़ाई करिए. आप सभी के भविष्य की चिंता माता-पिता नहीं, बल्कि मामा शिवराज सिंह चौहान करेंगे..

भोपा प्रदेश भर से जुटे मेधावी विद्यार्थियों का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने छात्र-छात्राओं का फूलों से अभिवादन किया. हर संभाग के 2-2 टॉपर स्टूडेंट को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लैपटॉप के लिए 25 हजार की राशि के चेक प्रतीक के रूप में दिए. 91 हजार 643 छात्र-छात्राओं को मेधावी विद्यार्थी योजना के तहत लैपटॉप के लिए 25 हजार की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से खाते में ट्रांसफर की गई. कोविड 19 के बाद 2 साल बाद भव्य समारोह आयोजित हुआ है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यह योजना शुरू की थी ,तो लोगों ने कहा था कि 240 करोड़ से भी ज्यादा का भार आएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सभी मेरे भांजे-भांजी हैं. बेहतर भविष्य के लिए कहीं से भी राशि का इंतजाम कर लूंगा, पर बच्चों के लिए लैपटॉप के लिए राशि जरूर दूंगा. मध्यप्रदेश में स्टार्टअप नीति भी लागू की गई है. बेहतर इनोवेशन लाने वाले छात्र छात्राओं को सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी.

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को 50 हजार से लेकर 50 लाख तक की लोन दिया जाएगा. इसकी गारंटी खुद सरकार लेगी. बच्चों को रोजगार देने वाला बनना है. इसी दिशा में सभी विद्यार्थियों को आगे बढ़ना है.

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि 2009 में इस योजना को शुरू किया गया था.सीएम शिवराज सिंह की यह योजना मील का पत्थर साबित हुई है. शुरुआत में 85% अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को ही लैपटॉप के लिए राशि दी जाती थी अब 75% और उससे अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए राशि दी जा रही है. साल 2018 में कांग्रेस सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था,छात्रों को लैपटॉप के लिए राशि नहीं दी गई थी.

हालांकि 2 सालों से कोरोना संक्रमण के चलते मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए राशि का वितरण नहीं हो सका था. इस बात पर देश भर के 91 हजार से ज्यादा और छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए राशि दी गई है. मध्य प्रदेश के सभी मेधावी छात्र छात्राओ को बेहतर समाज और देश का निर्माण करने में अहम भूमिका भी निभानी है.

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