मध्य प्रदेश

बाघ की मौत पर सीएम शिवराज सख्त, सीएम हाउस में बुलाई आपात बैठक, कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

पेड़ पर फांसी के फंदे पर झूलता बाघ का शव।

भोपाल। पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत की खबर के बाद एक तरफ जहां वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ बाघ की मौत पर सरकार भी सख्त नजर आ रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लेकर भोपाल में सीएम हाउस पर आपात बैठक बुलाई, जिसमें सख्त एक्शन लेने के निर्देश सीएम शिवराज ने दिए। सीएम हाउस में हुई इस आपात बैठक में सीएस, डीजीपी, एसीएस फॉरेस्ट, हेड ऑफ फॉरेस्ट, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ सहित सागर कमिश्नर, आईजी, पन्ना कलेक्टर, एसपी, डीएफओ और पन्ना एसीएस फॉरेस्ट जीएस कंसोटिया शामिल हुए।

वन विभाग के अफसरों ने शिकारियों को पकड़ने के लिए डॉग स्क्वाड की मदद से सर्चिंग की।

ज्ञात हो, पन्ना टाइगर रिजर्व से बुधवार की सुबह एक बाघ की मौत की खबर आने से हड़कंप मच गया। मध्यप्रदेश में अभी तक बाघों के शिकार के जितने भी मामले सामने आए हैं, ये घटना उससे बिलकुल अलग है। बाघ के गले में तार का फंदा लगा हुआ था और वह पेड़ से लटका हुआ था। जिसे देखकर ऐसा लग रहा था मानो बाघ ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। घटना पन्ना टाइगर रिजर्व के उत्तर वन मंडल के देवेन्द्र नगर रेंज के विक्रमपुर गांव के पास की है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बोले- दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
वहीं, पन्ना टाइगर रिजर्व में हुई बाघ की मौत के मामले में सरकार के सख्त एक्शन लेने के साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी सख्त कार्रवाई की बात कही है। वीडी शर्मा ने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ का शव फांसी पर लटका मिलने का मामला काफी गंभीर है। पूरे मामले की जांच होगी, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एसपी, कलेक्टर और वन विभाग के अफसरों से घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने ट्वीट कर बाघ की मौत के मामले में सरकार को निशाने पर लिया है। साथ ही वीडी शर्मा के बयान और सीएम शिवराज सिंह के बैठक लेने पर तंज भी कसा है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में वर्तमान में हैं 75 बाघ
मध्यप्रदेश को 526 बाघ के साथ टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है। प्रदेश को ये तमगा दिलाने में पन्ना टाइगर रिजर्व का अहम योगदान है। पन्ना टाइगर रिजर्व में अभी 75 से अधिक बाघ हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, सतपुढ़ा, पेंच और संजय दुबरी टाइगर रिजर्व सहित कई अन्य बाघ अभयारण्य हैं।
बाघ पुनर्स्थापना के बाद कड़ी मेहनत से आबाद हुआ था पन्ना टाइगर रिजर्व
मध्यप्रदेश का पन्ना टाइगर रिजर्व में स्टेट कालीन समय में बड़ी संख्या में बाघ हुआ करते थे। लेकिन, यहां वर्ष 2008-09 में बाघ विहीन हो गया था। फिर यहां बाघ पुनर्स्थापना के बाद पीटीआर के तत्कालीन फील्ड डायरेक्टर श्रीनिवासन मूर्ति के मार्गदर्शन में वन विभाग अमले ने कड़ी मेहनत की और बाघों का संसार बसाया। जिसके बाद लगातार बाघ बढ़ते गए।
बाघों की मौते के दो साल में सामने आए मामले
10 जून 2022 को पीटीआर के राजाबारिया के पास सड़क किनारे सुबह 13 वर्षीय बाघ का शव मिला था। उसी दिन पन्ना कोर परिक्षेत्र के बीट राजाबरिया में पन्ना-कटनी सड़क मार्ग के किनारे बाघ पी-111 भी मृत मिला था। इसी तरह 10 नवंबर 2021 को यहीं पर बाघिन पी-213 की मौत हुई थी। बाघिन पी -213 का जन्म पन्ना टाइगर रिजर्व में ही हुआ था। उसकी उम्र 3 वर्ष थी। साल 2021 में सतना जिले में एक खेत में बाघ का शिकार किया था। उसकी जांच अभी हाल ही में कंप्लीट हुई है।

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