राहुल बाबा बताओ जरा… सही हो तो माफी और जमानत क्यों : डॉ. नरोत्तम मिश्रा
ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को प्रदेश के गृहमंत्री ने लिया आड़े हाथ

भोपाल। राहुल गांधी की सजा पर कांग्रेस द्वारा की जा रही राजनीति पर प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राहुल कहते हैं कि वह सत्य बोलते हैं, अगर सत्य बोलते हैं तो बाद में अदालत में माफी क्यों मांगते है? कहते हैं कि वह जेल जाने से नहीं डरते, बताए तो सही कि सात मामलों में जमानत पर क्यों घूम रहे हैं?

गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कई कांग्रेसियों ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी अपराधी नहीं है। हम कह रहे हैं अपराधी हैं, 7 बार जमानत पर हैं। अपराधी नहीं कहने वालों को बताना चाहिए कि 7 बार जमानत पर क्यों है?यह बताएं। 3 बार अदालत से माफी क्यों मांगी? यदि सत्य बोलते हैं तो माफी क्यों मांगते हैं? यदि वह जेल जाने से डरते नहीं है तो फिर जमानत क्यों ली? यह उन्हें बताना चाहिए। जिन लोगों की विदेश में जाकर देश के खिलाफ बोलने और देश में रहकर देश के लोगों बदनाम करने की आदत होती है। उन लोगों के पास इस तरह के निर्णय आ जाते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि दरअसल राहुल के लिए सत्य नहीं, सत्ता भगवान है। सत्ता की छटपटाहट के चलते वह राम से राष्ट्र तक के खिलाफ जाने से नहीं चूकते हैं। देश की जनता भी अब राहुल व कांग्रेस को अच्छे से पहचान चुकी है इसलिए इस तरह के प्रलाप पर उसने भी ध्यान देना छोड दिया है।
….फिर कहते हैं ईवीएम खराब है
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम मशीन पर सवाल उठाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हो या अन्य दल के नेता जनता के दुख ,तकलीफ में साथ नहीं खड़े होते, देश का सम्मान नहीं करते, फिर चुनाव हारने पर कहते हंै कि ईवीएम खराब है। अभी हाल में ही प्रदेश में ओला वृष्टि हुई । कमलनाथ हो या दिग्विजय सिंह किसी खेत में दिखे? किसी पीडि़त के आंसू पोछे? बाढ आई तो उसके पीडि़तों के बीच दिखे? कोरोना आया तो उनके पीडि़तों के बीच दिखे, नहीं दिखे? फिर कहते हैं ईवीएम खराब है। उनके नेता विदेश में जाकर देश को बदनाम करते है ,फिर कहते है ईवीएम खराब है। देश की सेना का अपमान करते है ,फिर कहते है ईवीएम खराब है, भगवान राम का अपमान करते है ,फिर कहते है ईवीएम खराब है। गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेसियो को समझना चाहिए कि राजनीति सत्ता का नहीं, सेवा का माध्यम है। जो जनता की सेवा करता है , जनता उसको अपना प्रतिनिधि चुनती है। इसलिए ईवीएम को दोष देने की जगह जनता की सेवा की मानसिकता से कार्य करें। कांग्रेस के भविष्य के लिए अच्छा होगा।