मध्य प्रदेश

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली, कांग्रेस ने जमकर की आतिशबाजी

बड़वानी
बड़वानी जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली। पार्टी से उनके जाने पर खुशी मनाते हुए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जिले के कोर्ट चौराहे पर जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना था कि अच्छा हुआ जो फूल छाप कांग्रेसी चला गया, तो वहीं बीजेपी में गए वीरेंद्र दरबार का कहना था कि पिछले विधानसभा चुनाव में चार में से तीन सीटें कांग्रेस पार्टी उनकी वजह से ही जीत पाई थी, लेकिन राम मंदिर मुद्दे के समय कांग्रेस की नीतियों को लेकर उनकी आस्था आहत हुई है, जिसके चलते वो भाजपा में शामिल हुए हैं।

बड़वानी जिले के कोर्ट चौराहे पर बुधवार को जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया। दरअसल यहां के कांग्रेस जिला अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह दरबार बुधवार को ही भोपाल स्थित भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में बीजेपी की सदस्यता ले रहे थे, और इधर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता उनके विरोध के तौर पर आतिशबाजी कर जश्न मना रहे थे। भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह दरबार का कहना था कि जिले की चार विधानसभा सीटों में से तीन सीट पर कांग्रेस के विधायक उनकी ही मेहनत से जीते हैं। लेकिन अयोध्या में हुई प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय कांग्रेस पार्टी की नीतियों के चलते उनकी भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। तो वहीं कांग्रेस पार्टी का कहना है कि उनकी भावनाएं 23 दिन बाद क्यों आहत हुई। इतने दिन से वह क्या कर रहे थे, और अगर उनके दम पर ही चुनाव जीते गए हैं, तो वे यह बात पहले बताते तो उन्हें पूरे प्रदेश में घुमाया जाता।

23 दिन बाद क्यों आहत हुई आस्था

इधर पटाखे फोड़ रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता ने बताया कि आज हमारे सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता और पार्षद इस बात पर पटाखे फोड़ रहे हैं कि हमारे कांग्रेस के जो पूर्व जिला अध्यक्ष थे वीरेंद्र दरबार जी, उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली है। और अगर वे यह कह रहे हैं कि कुछ मुद्दों से आहत होकर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की है तो हम बता दें कि भगवान श्री राम भाजपा के ही नहीं पूरे विश्व की आस्था के केंद्र हैं, और जो प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण हुआ है उसकी सबको खुशी है । तो वह जो उनकी आस्था आहत होने की बात कह रहे हैं, तो उनकी आस्था 22 जनवरी के बाद आज फरवरी 14 फरवरी को 23 दिनों बाद क्यों आहत हुई, और वे जो तथ्य बता रहे हैं वह किसी भी कांग्रेसी के गले नहीं उतर रहे हैं।

पहले बताते तो पूरे मध्य प्रदेश में घुमा देते

वहीं जश्न मना रहे एक और स्थानीय कांग्रेसी नेता ने कहा कि पूर्व जिला अध्यक्ष का भाजपा में जाने का जो भी डिसीजन रहा हो, लेकिन कांग्रेस आज अपने कार्यकर्ताओं के बलबूते पर खड़ी है, और कांग्रेस का कार्यकर्ता मेहनत करता है तब कांग्रेस इतना आगे जाती है। और कांग्रेस की मेहनत पर यहां कांग्रेस के विधायक जीते हैं और कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही हमने चार में से यहां तीन विधानसभा जीती है। इसलिए अगर पूर्व जिलाध्यक्ष दरबार यह बात पहले बता देते, की उनके दम पर जीते हैं तो उन्हें पूरे मध्य प्रदेश में घुमा देते, फिर देख लेते।

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