मध्य प्रदेश

अपनी ही पार्टी के खिलाफ बीजेपी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे भाजपा नेता…

जबलपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे में किनारे कर दिए गए कई नेताओं में गहरा असंतोष है। उनमें यह नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। खुद को तबज्जो नहीं मिलने से नाराज भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र राठौर रविवार को रानीताल स्थित भाजपा के संभागीय कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अब प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गई है। नेताओं और कार्यकर्ताओं को बेइज्जत किया जा रहा है।

सुरेंद्र राठौर का कहना था कि गृहमंत्री के सभी कार्यक्रमों में शहर और अन्य जिलों के कई वरिष्ठ नेताओं को सम्मान नहीं दिया गया। भाजपा में अब सीनियर नेताओं की उपेक्षा होने लगी है। गृहमंत्री के कार्यक्रम में पूर्व महापौर प्रभात साहू, विधायक बैसाखू लाल साहू, वनमंत्री कुं. विजय शाह और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को सरेआम अपमानित किया गया है। भाजपा बूथ कार्यक्रम में पूर्व महापौर प्रभात साहू और विधायक बैसाखू लाल का नाम नहीं था। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को मंच के बजाए सामने की कुर्सी पर बैठाया गया। यही नहीं प्रदेश के वन मंत्री कुं. विजय शाह को कार्यक्रम में जाने से सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोक दिया गया।

40 साल से कर रहा हूं पार्टी की सेवा

राठौर ने कहा कि 40 साल से पार्टी की सेवा कर रहा रहा हूं। दो बार युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष, महामंत्री, युवा मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य, जिला महामंत्री सहित जबलपुर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पद तक की जिम्मेदारी संभाली है। इसके बावजूद मेरी उपेक्षा की गई। गृहमंत्री शाह के कार्यक्रम में वीआईपी कुर्सी तक नसीब नहीं हुई।

प्रदेश प्रभारी राव के आश्वासन पर माने

राठौर के धरने पर बैठने की जानकारी से पार्टी में हड़कंप मच गया और नेता असमंजस में पड़ गए। मामला प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव तक पहुंचा। इसके बाद उन्होंने सुरेंद्र राठौर से बात की और कहा कि आप पार्टी के सम्मानित और अनुशासित नेता हैं। अपनी बात पार्टी फोरम पर रखें। उन्होंने आश्वासन दिया कि आपकी पीड़ा पर सुनवाई अवश्य होगी। इसके बाद सुरेंद्र राठौर मान गए और धरना समाप्त कर दिया।

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