मध्य प्रदेश

फंदे पर लटका मिला महिला इंजीनियर का शव, परिजनों ने दहेज के लिए हत्या का लगाया आरोप

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक महिला इंजीनियर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। घर में ही उसका शव फांसी के फंदे से लटका मिला है। महिला का पति भी इंजीनियर है। पति का कहना है कि पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है, वहीं महिला के मायके वाले दहेज के लिए बेटी की हत्या कर फांसी पर लटकाने का आरोप लगा रहे हैं। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक ग्वालियर की लक्ष्मीबाई कॉलोनी निवासी 31 वर्षीय तृप्ति अग्रवाल का संदिग्ध हालत में फांसी पर लटका शव मिला है। तृप्ति की शादी 6 साल पहले मिहुर अग्रवाल से हुई थी। मिहुर बेंगलुरु की एक मल्टी नेशनल कंपनी में इंजीनियर है। लॉकडाउन के बाद से वह वर्क फ्रॉम होम नौकरी कर रहा है। मिहुर के पिता राकेश अग्रवाल जल संसाधन विभाग से रिटायर्ड हैं। तृप्ति भी पेशे से इंजीनियर थी। उसने एमटेक किया था। वह भी बेंगलुरु में आईटी कंपनी में जॉब करती थी। लेकिन, वहां दोनों के बीच आए दिन विवाद होता रहता था। मेहुर ने कुछ दिन पहले ही तृप्ति की नौकरी छुड़वा दी। इसके बाद वह ग्वालियर में रहने लगी। तृप्ति और मिहुर का श्रेयस नाम का 3 साल का एक बेटा है।
मिहुर द्वारा पुलिस को दिए बयान के मुताबिक रविवार रात सभी लोग खाना खाकर सो गए थे। मैं और तृप्ति भी बेटे के साथ कमरे में सो गए। सुबह देखा, तो कमरे में तृप्ति नहीं थी। तलाश किया, तो दूसरे कमरे में वह फंदे पर लटकी मिली। हमने उसे नीचे उतारकर नब्ज टटोली, तो पता चला उसकी मौत हो चुकी है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। साथ ही, ससुराल वालों को भी बताया। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। तृप्ति के मामा पवन अग्रवाल ने बताया कि हमें सुबह देरी से सूचना दी गई। यहां पहुंचे, तो तृप्ति का शव जमीन पर पड़ा था। ससुराल वालों ने तृप्ति को मारकर फांसी पर लटकाया है। इसके बाद सबूत भी मिटा दिए। जिस पंखे पर वह लटकी मिली, वहां कोई निशान नहीं हैं। पंखा टेढ़ा भी नहीं हुआ। पवन अग्रवाल के मुताबिक कमरे में पोंछा लगाकर साफ कर दिया गया, सारे सबूत मिटा दिए गए। पास ही अस्पताल भी है, लेकिन वे उसे हॉस्पिटल नहीं ले गए।
पिता बोले- बेटी को मारते-पीटते थे, पैसे मांगते थे
तृप्ति के पिता जयप्रकाश अग्रवाल भी पंजाब नेशनल बैंक से रिटायर्ड हैं। उनका आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद तो सब ठीक रहा। बाद में आए दिन दहेज को लेकर बेटी को प्रताड़ित किया जाने लगा। कई बार मायके भी छोड़कर आए थे। पिता ने शादी में पूरा सामान दिया था, फिर भी पैसे मांगते थे। मारपीट भी करते थे। हम यह सोचकर चुप थे कि समय के साथ धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आखिर हमारी बेटी की हत्या कर दी गई। दूसरी ओर पड़ाव थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर गहराई से जांच की जा रही है। मौके से फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी जांच कर तथ्य जुटाए हैं। पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। जांच में जो तथ्य आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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