मध्य प्रदेश

अतिक्रमण हटाने से नाराज लोगों को मनाने पहुंचे सिंधिया समर्थक मंत्री: बोले- आप मुझे जूते मारें, डंडे मारें, लेकिन आपके हित के काम करता रहूंगा …

ग्वालियर। सोमवार को सिंधिया समर्थक व प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शहर के किलागेट क्षेत्र में रविवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान मकान-दुकान टूटने से नाराज लोगों के बीच पहुंचे। इस दौरान उन्हें प्रभावितों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। लोगों का आक्रोश देखते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि आप चाहें तो मुझे जूते मार लें। चाहें तो मुझे डंडे मार लें, पत्थर फिकवा दें, लेकिन मैं वही काम करूंगा, जो आने वाली पीढ़ियों के हित में होगा।

दरअसल, ग्वालियर के उपनगर किलागेट चौराहा से लेकर फूलबाग सेवा नगर तक सड़क चौड़ी करने का प्रोजेक्ट काफी समय से लटका है। यह मार्ग इतना संकरा है कि उसे चौड़ा करने के लिए यहां किया गया अतिक्रमण हटाना होगा। यहां पुराने जमाने की बसाहट है। यहां करीब आधा सैकड़ा लोग ऐसे हैं, जिनका पूरा मकान या दुकान ही अतिक्रमण में जा रही है। ऐसे में कई सालों से यहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध हो रहा था। डेढ़ साल पहले भी प्रशासन ने नोटिस जारी कर यहां से अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई थी, लेकिन वह कार्रवाई नहीं कर पाया था। यह इलाका सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर की विधानसभा का क्षेत्र है। कल रविवार को यहां जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अमले ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान काफी हंगामा हुआ तो पुलिस ने लाठियां चलाकर लोगों को खदेड़ दिया था। इसके बाद आज सोमवार को प्रभावितों के समर्थन में पहुंचे कांग्रेस नेताओं को पुलिस उठाकर ले गई और घर में नजरबंद कर दिया था। कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

रविवार को कार्रवाई होने के बाद क्षेत्रीय लोग काफी नाराज थे, खासकर अपने विधायक और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से। अगले साल विधानसभा का चुनाव है। ऐसे में प्रद्युम्न सिंह तोमर की मुसीबत बढ़ सकती है। इसलिए सोमवार दोपहर ऊर्जा मंत्री तोमर नाराज लोगों के बीच पहुंचे। लोगों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। कुछ ने कहा- अब आ गए कल कहां थे। किसी ने बिना नोटिस के तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया। इसके बाद मंत्री ने अपने अनोखे अंदाज में आक्रोशित लोगों से बात शुरू की। मंत्री ने कहा कि यदि आप समझते हैं मैं निकम्मा हूं, आपके किसी काम का नहीं हूं तो बोलो आज ही इस्तीफा दे देता हूं। चाहे आप मुझे जूते मारो, पत्थर फेंको, लाठियों से पीटो, लेकिन कह देता हूं वह काम जरूर करुंगा, जो आने वाली पीढ़ियों के हित में है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मैंने आप से डेढ़ साल पहले भी कहा था, यह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी ही। प्रशासन मुझ पर आरोप लगाता है कि आप कार्रवाई नहीं होने दे रहे हो।

नाराज लोगों को शांत करते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि मैं तो आपका सेवक हूं। इसीलिए आपके पास आया हूं। मैं चाहता हूं कि कोई बीच का रास्ता निकाला जाए। आप मेरे साथ चलो और जिला प्रशासन को लेकर बैठकर बात करते हैं। कोई बीच का रास्ता निकालते हैं, जिससे आपको न्याय भी मिल सके और विकास के काम भी प्रभावित न हों। इसके बाद लोग जैसे-तैसे शांत हो गए और वे प्रशासन के साथ बैठकर बीच का रास्ता निकालने के लिए तैयार हो गए।

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