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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव : BJP की 11 विधानसभा सीटों पर नहीं सुलझ पाई टिकटों की गुत्थी, सोमवार को ऐलान संभव …

देहरादून। BJP शेष रह गई 11 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझा पाई है। दो दिन से पार्टी से रणनीतिकार इन सीटों पर प्रत्याशियों के मंथन में जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक सुयोग्य प्रत्याशी की तलाश पूरी नहीं हो  पाई है।  इधर पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत के भाई रिटायर कर्नल विजय रावत को BJP 2022 के चुनावों में डोईवाला या फिर कोटद्वार सीट से उतार सकती है। पार्टी में रावत को लेकर दो तीन दिनों से लगातार मंथन चल रहा है और जल्द अब इस संदर्भ में फैसला हो सकता है।

दरअसल रिटायर कर्नल विजय रावत ने कुछ दिन पूर्व ही दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था और उसके बाद वह उत्तराखंड भी पहुंच गए हैं। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कई शीर्ष नेता कर्नल रावत को एक सैन्य चेहरे के रूप में विधानसभा चुनावों में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। उनके चुनाव लड़ने पर करीब करीब निर्णय हो चुका है लेकिन सीट को लेकर अभी पेच फंसा हुआ है।

पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि शेष बची 11 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान एक दो दिन में हो सकता है। उन्होंने बताया कि 11 में से कुछ टिकट कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद तय होंगे जबकि कई पर एक से अधिक दावेदार होने की वजह से पेंच फंसा हुआ है। जबकि एक दो सीट डॉ हरक सिंह रावत के कांग्रेस में जाने की वजह से लटकी हुई है। ऐसे में इस सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान होने से पहले कांग्रेस पर भी पार्टी की नजर है।

देहरादून पहुंचने के बाद शनिवार को रिटायर कर्नल विजय रावत ने कहा कि वह राजनीति में रहकर राज्य वासियों की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप और भाजपा की राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से स्वास्थ्य कारणों से समाज में कार्य करने में अक्षम रहे लेकिन अब रजीनीति के माध्यम से प्रदेशवासियों और देश की सेवा के लिए वह तत्पर हैं। रिस्पना पुल के समीम एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने सेना के सम्मान के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।

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