मध्य प्रदेश

टोमैटो फ्लू: अब बच्चों में फैल रही खतरनाक बीमारी, अकेले भोपाल के अस्पतालों में रोज आ रहे 100 बच्चे ….

भोपाल. बच्चों में टोमैटो फ्लू और हैंड-फुट-माउथ डिसीज के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। जेपी, हमीदिया समेत शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना करीब 100 बच्चों में इस बीमारी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इस अजीबोगरीब बीमारी को लेकर पहले ही एडवायजरी भी जारी की जा चुकी है.

राजधानी भोपाल के सरकारी अस्पतालों से ज्यादा निजी अस्पतालों में इसके केस सामने आ रहे हैं। ओपीडी में आने वाले इस बीमारी से पीडि़त बच्चों में करीब 20 फीसदी यानि 20 बच्चों को भर्ती करने की जरूरत होती है। पहले यह बीमारी सिर्फ 10 साल तक के बच्चों में ही देखी जाती थी, लेकिन इस बार 13-14 साल के बच्चों में भी इस बीमारी के लक्षण देखने को मिले हैं।

बुखार, सिर दर्द, उत्तेजना महसूस करना, गले में खरास, कमजोरी, भूख की कमी, जीभ और गाल के अंदर छाले निकलना इसके प्रमुख लक्षण हैं। इसके अलावा चेहरे, पैरों के तलवों और हथेलियों पर भी दाने निकलते हैं। इस बीमारी से ग्रसित बच्चों में पहले बुखार आता है और फिर 3 से 4 दिन बाद दाने निकलने लगते हैं।

केंद्र सरकार ने 23 अगस्त को टोमैटो फ्लू पर एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें कहा गया कि यह हाथ पैर और मुंह की बीमारी से अलग नहीं है, जो इस साल पहले ही सामने आ चुकी है। इस प्रकार को टमाटर फ्लू केवल इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें फफोले बड़े और ज्यादा लाल होते हैं।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश मिश्रा के मुताबिक टोमैटो फ्लू और हैंड-फुट-माउथ डिसीज में हल्का बुखार आता है। वैसे तो यह बीमारी खतरनाक नहीं है और कई बार 7 से 10 दिन में अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन, जिन बच्चों की इम्युनिटी कमजोर है उन्हें भर्ती भी करना पड़ता है।

गांधी मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव के अनुसार टोमैटो फ्लू और हैंड-फुट-माउथ डिसीज एक ही बीमारी है। इसमें पहले बुखार आता और फिर 3 से 4 दिन बाद दाने निकलने लगते हैं। इससे पीड़ित बच्चों में तीसरे-चौथे दिन हाथ, पैर, मुंह के पास दाने निकल आते हैं। यह रोग बहुत संक्रामक होता है। बच्चों में लक्षण दिखने पर इसे नजरअंदाज न करें। खुद ही इलाज करने की बजाय डॉक्टर की सलाह लें और बच्चों को सही इलाज मुहैया कराएं।

कैसे फैलती है बीमारी और क्या है बचाव का तरीका

  1. — यह रोग छींकने और खांसने से फैलता है।
  2. — रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर यह रोग जल्दी पकड़ लेता है।
  3. — बच्चे को बुखार हो तो उसे घर पर ही रखें।
  4. — अगर दाने के साथ बुखार भी हो तो बीमार बच्चे को दूसरे बच्चों से दूर रखें।
  5. — बच्चों को साफ-सफाई रखना सिखाएं।
  6. — संक्रमित बच्चों के खिलौने, कपड़े समेत अन्य चीजें स्वस्थ बच्चों से दूर रखें।
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