मध्य प्रदेश

रोड-नाली नहीं तो-वोट नहीं के लगाए नारे, यहां लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार….

निवाड़ी। यह पूरा मामला निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील के बुडेरा के मडोर पश्चिमी गांव का है। जहां करीब 1300 से 1400 परिवार निवास करते है, यह गांव ओरछा से 8 किलोमीटर दूर हैं। वहीं हाथों में फ्लेक्स लिए रोड़ नहीं, नाली नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाते हुए मध्य प्रदेश के 52वें जिला निवाड़ी के बुडेरा मडोर पश्चिम ग्राम पंचायत रजपुरा के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया हैं।

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां कल मतदान होने हैं। वहीं निवाड़ी जिले के ग्रामीणों ने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर सभी को चैंका दिया है। ग्रामीणों का कहना है की जब गांव में विकास कार्य नहीं होते, रोड और नाली नहीं बनी, तो वह अपने मताधिकार का उपयोग क्यों करें। वहीं ग्रामीणों ने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर रोड-नाली नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए हैं।

बतादें कि इस प्रदर्शन में बच्चे बूढ़े जवान और महिलाएं शामिल है, लोगों की मानें तो यहां करीब 20 वर्षों से सड़क और नाली जैसी सुविधाओं से भी वंचित हैं। स्कूल जानें वाले नन्हे मुन्ने बच्चों को भी इसी कीचड़ युक्त रास्ते से गुजरना पड़ता है, तो वही मंदिर जाने वाली महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं को भी इसी कीचड़ युक्त रास्ते से होकर जाना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि, नेता आते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं, अधिकारियों ने तो अब तक सुध ही नहीं ली, जबकि इसी संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक केंद्र में अपना प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यही नहीं जिला प्रशासन को भी आवेदन और ज्ञापन के माध्यम से जिला प्रशासन एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को भी अवगत कराया गया, इसके बावजूद भी उनका आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ।

इसके बाद ही इस बार ग्रामीणों ने 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि 1400 लोगों की आबादी का यह गांव निवाड़ी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसका प्रतिनिधित्व पिछली दो पंचवर्षीय से वर्तमान में भाजपा विधायक अनिल जैन कर रहे हैं। इसके पहले वर्तमान समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मीरा दीपक यादव यहां से विधायक रह चुकी है और वर्तमान में भी वे चुनाव लड़ रही हैं। वही कांग्रेस से वर्तमान निवाड़ी जिला पंचायत के अध्यक्ष बेटे एवं जिला पंचायत के सदस्य अमित राय चुनावी मैदान में उतरे है।

इसके साथ ही वर्तमान में केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक जो इसी संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं और प्रतिनिधित्व भी करते हैं। ऐसे में मूलभूत सुविधाओं की आस छोड़ चुके लोगों ने इस बार चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया है, लोगों की मानें तो चुनाव के वक्त तो नेता बड़े-बड़े वादे करके चले जाते हैं लेकिन उसके बाद फिर मुड़ के भी नहीं देखते हैं, ऐसे में इस बार वह तब तक वोट नहीं करेंगे जब तक उनकी इन समस्याओं का समाधान नहीं होता है। बतादें कि, महिलाओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहा कि लाडली बहना योजना का लाभ न दे लेकिन गांव में रोड और नाली जैसी मूलभूत सुविधा मुहैया करा दे।

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