अभिनेता सोनू सूद पर उल्टा पड़ा शिवेसना का दांव …
मुंबई (संदीप सोनवलकर) । गरीब प्रवासी मजदूरों की घर वापसी पर अभिनेता सोनू सूद की आलोचना कर घिरी शिवसेना ने देर रात डैमेज कंट्रोल भी कर दिया। सामना में सोनू की आलोचना के बाद जब चारों तरफ से हमले होने लगे तो रविवार रात आनन-फानन में सोनू सूद की ठाकरे परिवार से मुलाकात करा दी गई। इतना ही नहीं इस मुलाकात की फोटो भी जारी कर दी गई ताकि संदेश जाए कि ठाकरे परिवार अभिनेता सोनू का विरोधी नहीं है।
दरअसल सामना ने सोनू को महात्मा सूद कहते हुए उनकी खिल्ली उड़ाई थी और संपादक संजय राउत ने लिखा था कि सोनू अभिनेता है और बीजेपी के कहने पर मजदूरों की मदद का ड्रामा करके शिवसेना सरकार को बदनाम कर रहे हैं। शिवसेना ने ये भी याद दिलाया था कि सोनू का एक बार कथित स्टिंग आपरेशन हुआ था जिसमें वो पैसे लेकर बीजेपी के सोशल मीडिया प्रमोशन के लिए तैयार थे।
सामना के इस हमले के बाद चौतरफा से शिवसेना की खिंचाई होने लगी क्योंकि ये सबने देखा कि सोनू ने बिना किसी प्रचार और मदद के अपने ही लोगों की सहायता से करीब 35 हजार प्रवासी मजदूरों की अब तक वापसी कराई है। सोनू ने एक बार भी कहीं सरकार की आलोचना नहीं की तो फिर शिवसेना को मिर्ची क्यों लग गई।
दरअसल भाजपा की स्मृति ईरानी और फिल्मकार अशोक पंडित, अनुपम खेर जैसे लोगों ने सोनू के काम की ट्वीट कर तारीफ कर दी तो शिवसेना को ये बीजेपी की साजिश नजर आने लगी लेकिन यहीं शिवसेना से चूक हो गई। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने तो ये तक कह दिया कि शिवसेना ना तो खुद काम कर रही है ना करने दे रही है। जाहिर है जब चारों तरफ से मीडिया में थू-थू होने लगी तो शिवसेना को कदम पीछे खींचने पड़े।