मध्य प्रदेश

चौरागढ़ में रोप-वे का मामला उलझा, 11 वर्ष बाद फिर केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव

भोपाल। सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला पर स्थित पचमढ़ी के चौरागढ़ तक रोप-वे बनाने का मामला एक बार फिर अधर में लटक गया है। रोप वे बनाने के लिए अब एक बार फिर प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले माह यहां रोप-वे बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के चलते इसका प्रस्ताव दोबारा बनाया जा रहा है।

नर्मदापुरम जिले में स्थित पर्यटक स्थल पचमढ़ी में सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के क्षेत्र में राजेंद्र गिरी से छोटा महादेव मंदिर एवं वहां से चौरागढ़ पर्वत तक जाने के लिए रोप-वे बनाया जाना है। राज्य सरकार रोप-वे बनाने के लिए किसी अनुभवी तकनीकी एजेंसी से वहां का सर्वेक्षण कराकर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराएगी। इसके साथ ही प्रदेश के वन विभाग ने सर्वे कराने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, वन क्षेत्र में किसी भी प्रकार के विकास कार्य के पूर्व भारत सरकार से अनुमति लेनी होती है। इसलिए इस पूरे क्षेत्र के सर्वे के बाद तैयार रिपोर्ट के आधार पर ही प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। बताया जा रहा है इस रोप- वे का संंचालन निजी एंजेंसी से कराया जाएगा।

11 साल पहले भेजा प्रस्ताव हो गया था नामंजूर

राज्य सरकार द्वारा पचमढ़ी में रोप-वे बनाने के प्रयास पूर्व में भी किए जा चुके हैं। ग्यारह साल पहले वर्ष 2012 में वन विभाग ने इस रोप-वे को बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था, लेकिन केंद्र की नेशनल टाईगर कन्जरवेशन अथारिटी (एनटीसीए) ने इसे नामंजूर कर दिया था। अब एक बार फिर इस प्रकरण को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। अभी करीब डेढ़ घंटे की चढ़ाई में 13 सौ से अधिक सीढिय़ां चढऩी पढ़ती है। रोप-वे बनने से घंटों की यात्रा मिनटों में संभव होगी।

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