मध्य प्रदेश

एमपी के बैतूल में बोरवेल में गिरे बच्चे का रेस्क्यू जारी: हाथ में रस्सी फंसाकर 12 फीट ऊपर खींचा, फिर 35 फीट अंदर फंसा

एनडीआरएफ के साथ पुलिस एवं जिला प्रशासन की टीमें रेस्क्यू में जुटी, सुरंग बनाने के लिए पथरीली जमीन से बढ़ी मुश्किल

बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के आठनेर विकासखंड के मांडवी गांव में 6 साल का मासूम बोरवेल में गिर गया है। बच्चा बोर में 35 फीट गहराई पर फंसा हुआ है। उसके ऊपर पानी की बूंदें टपक रही हैं। बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। तीन जेसीबी मशीन की मदद से बोरवेल से 30 फीट दूर समानांतर गड्‌ढा खोदा जा रहा है। अभी करीब 15 फीट और खोदा जाना है। पत्थर के कारण खुदाई का काम बहुत धीरे हो रहा है। कैमरे में बच्चे का मूवमेंट कम नजर आ रहा है। यहां सुनील साहू का बालक खेत में खेल रहा था। इसी दौरान वह करीब 50 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। सूचना मिलने पर एनडीआरएफ की टीम के साथ ही बैतूल और आठनेर से पुलिस एवं प्रशासन की टीम भी मौके पर रेस्क्यू में जुटी हुई हैं।
यह बोरवेल तीन दिन पहले ही खोदा गया था। खेत में इस बोरवेल की गहराई करीब 400 फीट है। कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि 6 साल का तन्मय दूसरी क्लास में पढ़ता है। वह अपनी बहन निधि साहू के साथ छुपन-छिपाई खेल रहा था। इसी दौरान शाम 5 बजे के लगभग वह बोरवेल के गड्‌ढे में गिर गया। आवाज लगाने पर बोरवेल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवारवालों ने तत्काल बैतूल और आठनेर पुलिस को सूचना दी। सूचना पर तत्काल बचाव दल की टीमें पहुंची और बोरवेल में फंसे तन्मय को रस्सी के सहारे बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया गया। उसके हाथ में रस्सी बंधी गई और उससे करीब 12 फीट ऊपर तक खींच लिया गया था, लेकिन रस्सी खुल गई और वह वहीं पर अटक गया। अब तन्मय करीब 38 फीट गहराई पर अटका हुआ है। इसके बाद से उसके शरीर में हलचल नजर नहीं आई है। रात 12 बजे से साइड में एक नए गड्ढे को खोदने का काम शुरू करते हुए बच्चे को निकालने की कोशिश की जा रही है।
तन्मय को भोजन पानी देना मुश्किल
बचाव अभियान में लगे अधिकारियों ने बताया कि बच्चे को फंसे हुए सात घंटे से अधिक हो चुके हैं, खाना और पानी पहुंचाने में समस्या है, क्योंकि उसके हाथ ऊपर है। बोरवेल के पास पश्चिम दिशा की ओर से करीब 25 फीट तक खुदाई की जा चुकी है। इसके बाद कठोर चट्टान आने से काम धीमा हो गया। इसे देखते हुए प्रशासन द्वारा पूर्व दिशा की ओर से भी खोदाई कर सुरंग बनाने का काम रात करीब 12 बजे से शुरू कर दिया है। तीन जेसीबी मशीन की मदद से बोरवेल से 30 फीट दूर समानांतर गड्‌ढा खोदा जा रहा है। पत्थर के कारण खुदाई का काम बहुत धीरे हो रहा है। बोरवेल के गड्ढे में गिरे तन्मय के लिए अंदर पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई गई। उसका मूमेंट चेक किया जाता रहा। साथ ही उसके पिता से भी उसकी बात करवाई गई। बालक घबराया हुआ है।
पथरीली जमीन से खोदाई में मुश्किल
बोरवेल में गिरे 6 साल के तन्मय को बचाने के लिए 10 घंटे से खोदाई की जा रही है। बोरवेल के पास करीब 15 फीट गहराई के बाद पथरीली जमीन आ जाने से खोदाई में मुश्किल हो रही है। बुधवार सुबह छह बजे तक करीब 27 फीट तक खोदाई की जा चुकी है। कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि तन्मय 35 से 40 फीट के बीच फंसा हुआ है। उस तक पहुंचने के लिए 40 फीट गहराई तक खोदाई की जाएगी और फिर सुरंग बनाकर उसे निकाला जाएगा। पथरीली जमीन होने से खोदाई में वक्त लग रहा है। रेस्क्यू शुरू होने के बाद सबसे पहले बच्चे के लिए बोरवेल में ऑक्सीजन पाइप डाला गया, फिर सीसीटीवी कैमरा डाला गया। मौके पर एसडीईआरएफ की टीमें मौजूद हैं। बच्चे को निकालने के लिए बोरवेल से करीब 30 फीट दूर बुलडोजर से समानांतर खुदाई शुरू कर दी गई है।
बच्चे के पिता ने अपने खेत पर 8 दिन पहले ही करवाया था बोर
परिवार को बच्चे से बात करने को कहा गया। पिता ने बच्चे से बात की तो उसने कहा- यहां बहुत अंधेरा है। मुझे डर लग रहा है। जल्दी बाहर निकालो। बच्चे के पिता ने उससे बात की। पिता सुनील दियाबार ने बताया कि 8 दिन पहले ही खेत पर उन्होंने 400 फीट गहरा बोर करवाया था। इसी बोर में उनका बेटा गिर गया है। बच्चे का परिवार काफी चिंतित और डरा हुआ है। हादसे के बाद घर में चूल्हा तक नहीं जला, बच्चे की मां रितु साहू का तो रो-रोकर बुरा हाल है।

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