मध्य प्रदेश

कांग्रेस सरकार बनने पर कोरोना योद्धाओं की समस्याओं का होगा निराकरण, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दिया आश्वासन

भोपाल। कोविड योद्धाओं ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर समस्याओं के निराकरण की गुहार लगायी। मध्यप्रदेश में शासन द्वारा 8000 से अधिक अस्थायी मानव संसाधन के अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मचारियों की कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए 2020 में भर्ती की गई थी। जिसे शासन द्वारा महामारी के प्रकोप को देखते हुए समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है। परंतु राज्य सरकार ने एनएचएम के द्वारा बजट न होने का हवाला देते हुए लगभग 5 हजार कर्मियों को सेवा से पृथक कर दिया।

कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय प्रांगण में कोविड योद्धाओं से चर्चा कर उनकी समस्याओं के निराकरण करने का आश्वासन देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर आप सभी के साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से हर तबका प्रभावित हुआ है। कोरोना योद्धाओं ने अपने और अपने परिवार की परवाह किये बगैर दूसरों का जीवन बचाने 12 से 15 घंटे अपनी सेवाएं दी है। कोरोना योद्धाओं ने कमलनाथ को एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने आग्रह किया कि कि अपने स्वयं के रोजगार को छोडक़र देश हित में मानव सेवा करने के लिए शासन के आदेश एवं आहवान पर आवश्यकतानुसार कोविड कार्यकाल में नि:स्वार्थ भाव से सेवायें दी है, जिसमें हमने अपनों को भी खोया है। इस महामारी के दौर में हम लोगों ने फ्रन्ट लाईन में खड़ेे होकर सरकार का साथ दिया हैं। अब जब कोरोना पर काबू पा लिया गया है, तब शासन द्वारा बाहर का रास्ता दिखाया दिया गया है। हम कोरोना योद्धाओं को संविदा के आधार पर पदस्थ किया जाए। क्योंकि सभी कोविड-19 में स्थायी नियुक्ति किये गये स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती भी शासन एवं एनएचएम की गाईड लाईन अनुसार जिले के कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा समिति बनाकर मैरिट एवं साक्षात्कार लेकर नियमानुसार भर्ती की गई थी।

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