छत्तीसगढ़

एनटीपीसी के विनिवेश का विरोध

भारतीय ताप विद्युत मजदूर संघ कोरबा ने निकाला कैंडल मार्च

कोरबा (गेंदलाल शुक्ल)। भारत की अग्रणी विद्युत उत्पादन करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम यानी एनटीपीसी के विनिवेश और निजीकरण की खबरों के बाद एनटीपीसी के कर्मचारी और उनके परिजनों ने मंगलवार को एनटीपीसी कोरबा के आवासीय परिसर क्षेत्र में सरकार के इस प्रस्ताव के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करते हुए कैंडल मार्च निकाला। उन्होंने केंद्र शासन के इस प्रस्ताव की मुखालफत करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. यह मार्च प्रगति क्लब से सुभाषचंद्र की प्रतिमा तक जारी रहा।

इस बारे में एन टी पी सी के एक कर्मचारी ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी मिली है कि सरकार एनटीपीसी को निजी सेक्टर को सौंपने का मन बना रही है। इसके लिए सरकार विनिवेश की तैयारी भी कर रही है। उन्होंने बताया कि आज देश ही नही बल्कि विश्व स्तर पर भी एनटीपीसी अपने उत्कृष्ट विद्युत उत्पादन क्षमता, मानव संसाधन के विवेकपूर्ण उपयोग और सामाजिक-उद्यम उत्तरदायित्वों के बेहतर निर्वहन के लिए जानी जाती है। लाखो कामगार, अधिकारी और कर्मियों ने अपने पसीने से सींचते हुए एनटीपीसी को आज इस मुकाम तक पहुंचाया है। उन्होंने वक़्त-वक़्त पर अपने अधिकारों की भी लड़ाई लड़ी है, इसलिए अब वक्त आ गया है कि वह सरकार के भावी प्रस्ताव के विरोध की लड़ाई लडे और एनटीपीसी के प्रभुत्व और उसकी शासकीय संरचना को कायम रखा जा सके।

इसी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला गया और सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध भारतीय ताप विद्युत मजदूर संघ के सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में एन टी पी सी द्वारा नियोजित कर्मचारी और उनके परिजनों ने कैंडल मार्च में हिस्सा लिया।

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