मध्य प्रदेश

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस परंपरा से थोड़ा हटकर इंदौर के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में जुटी

इंदौर
आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस परंपरा से थोड़ा हटकर इंदौर के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश में जुट रही है। कांग्रेस द्वारा जारी किए जा रहे राष्ट्रीय घोषणा पत्र से अलग इंदौर के लिए भी एक और घोषणा पत्र जारी किया जा रहा है। कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय बम ही स्थानीय स्तर पर घोषणा पत्र जारी करने के काम में जुटे हैं। उम्मीद की जा रही है इंदौर का घोषणा पत्र बनने के बाद प्रदेश कांग्रेस इसी तर्ज पर अन्य शहरों के घोषणा पत्र भी जारी कर सकती है।

टिकट घोषित होने से पहले इंदौर लोकसभा सीट पर चुनावी मुकाबले में कांग्रेस को दरकिनार करने वालों को संगठन चौंकाने की तैयारी में जुटा है। दरअसल लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों से उम्मीदवार अक्षय बम ने कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ लोगों से सुझाव और समस्याओं की सूची मांगी है। इसी के साथ उम्मीदवार की टीम बीते दिनों से अलग-अलग समाज, सामाजिक संगठनों और वर्गों के बीच पहुंचकर उनके सुझावों की सूची बना रही है।

इसमें शिक्षा जगत से लेकर किसान, श्रमिक, पेशेवरों के साथ व्यापारी, उद्योगपति व युवाओं से भी सुझाव लिए गए हैं। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के पास भी उम्मीदवार की ओर से आग्रह पहुंचा है कि वे घोषणा पत्र के लिए सुझाव दें। दरअसल कांग्रेस चुनाव को स्थानीय विकास और क्षेत्र के लोगों पर केंद्रित करने में जुटी नजर आ रही है।

नामांकन के साथ जारी होगा
कांग्रेस उम्मीदवार इंदौर से अप्रैल मध्य के बाद कभी भी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। उम्मीद है कि नामांकन के ठीक बाद कांग्रेस इंदौर का घोषणा पत्र जारी कर सकती है। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का घोषणा पत्र रोजगार, न्याय जैसी उपमाओं पर केंद्रित है। स्थानीय घोषणा पत्र इससे हटकर पूरी तरह स्थानीय मुद्दों पर ध्यान खींचने वाला रहेगा।

कांग्रेस घोषणा पत्र के साथ ही भाजपा के बीते दौर की विफलताओं को भी उठाने की कोशिश में जुटी है। इससे पहले भाजपा की रणनीति रही है कि वह चुनाव के दौरान स्थानीय मुद्दों व हर क्षेत्र के लिए अलग घोषणाएं वचन पत्र जारी करती रही है। कांग्रेस उसी अंदाज में मुकाबले में आगे बढ़ती दिख रही है।

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