मध्य प्रदेश

आईएएस-आईपीएस तबादले: लंबे अर्से बाद किसी को मेनस्ट्रीम तो अभी भी कुछ लूपलाइन में

 भोपाल

आईपीएस अफसरों के सोमवार को हुए तबादला आदेश के बाद भी अभी और अफसरों के तबादला आदेश जारी होना है। बुधवार से लेकर सोमवार तक 22 आईपीएस अफसरों के तबादला आदेश अलग-अलग दिन जारी हो चुके हैं। वहीं पिछले पांच दिनों में बदले गए अफसरों के बाद दतिया, निवाड़ी जिला और भोपाल पुलिस उपायुक्त यातायात के पद पर अब नई पदस्थापना करना बाकी है। खासबात यह है कि पिछले दो तबादला आदेश की लिस्ट में यह देखने मिल रहा है कि पुलिस में अच्छा काम करने वाले अफसरों की मैदानी पोस्टिंग में वापसी हो रही है।

सोमवार को हुए तबादलों में जहां दतिया जिले में पुलिस अधीक्षक नहीं पदस्थ किया गया। जबकि बुधवार को यहां के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को उज्जैन भेजने जाने के आदेश हो चुके हैं। यह क्षेत्र पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि यहां पर उनकी पसंद को ध्यान में रखते हुए, उनकी सलाह के बाद पुलिस अधीक्षक की पोस्टिंग की जाएगी। वहीं सोमवार को जारी हुए तबादला आदेश में निवाड़ी एसपी अंकित जायसवाल को नीमच एसपी बनाया गया है। जायसवाल की जगह पर निवाड़ी पुलिस की कप्तानी अभी किसी को नहीं दी गई है। इसी के साथ भोपाल पुलिस उपायुक्त यातायात पदम विलोचन शुक्ल को झाबुआ का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है, उनकी जगह पर भी अब पोस्टिंग की जाना है।

पहली बार मिली जिले की कमान
25 वीं वाहिनी के कमाडेंट निश्चिल झारिया को आईपीएस अफसर बनने के बाद पहली बार जिले की कमान दी गई है। इसी तरह भोपाल पुलिस उपायुक्त यातायात पदम विलोचन शुक्ल को भी पहली बार जिले में भेजा गया है। झारिया वर्ष 2022 में आईपीएस हो गए थे। इसके बाद वे योजना शाखा और इसके बाद 25 वीं वाहिनी में कमांडेंट के पद पर पदस्थ हुए। यहां से अब वे बैतूल जिले के पुलिस अधीक्षक बनाए गए हैं। वहीं पदम विलोचन शुक्ला पिछले साल ही आईपीएस बने हैं, उन्हें भोपाल में पदस्थ किया गया। अब उन्हें झाबुआ जिले की कमान सौंपी गई है।

IAS स्वतंत्र और अनुराग मेनस्ट्रीम में
2007 बैच के आईएएस स्वतंत्र कुमार सिंह लंबे समय के बाद मुख्य धारा में लौटे हैं। सोमवार को हुए तबादला सूची में उन्हें बेहतर स्थान मिला है और वे आयुक्त वाणिज्यिक कर तथा प्रबंध संचालक मप्र वित्त निगम बनाए गए हैं। इसी तरह 2010 बैच के अनुराग चौधरी ग्वालियर कलेक्टरी के बाद गुमनामी में थे। उन्हें भी बेहतर स्थान देते हुए प्रबंध संचालक खनिज निगम पदस्थ किया गया है।

कई सालों बाद फील्ड में
महेंद्र सिंह सिकरवार और अरविंद सक्सेना लंबे अरसे बाद फील्ड में पहुंचे हैं। दोनों ही अफसरों की गिनती  कानून व्यवस्था का नियंत्रित रखने और प्रशासनिक व्यवस्था पर मजबूत पकड़ रखने वाले प्रदेश के चुनिंदा अफसरों में होती है। महेंद्र सिंह सिकरवार लंबे अरसे से रेल आईजी के पद पर पदस्थ थे, वहीं अरविंद सक्सेना परिवहन विभाग में थे। अब सिकरवार रीवा के आईजी बनाए गए हैं, वहीं सक्ेसना ग्वालियर आईजी बने हैं। 

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