लेखक की कलम से

मुझे पसंद है…

 

ये तेरी हँसी ठिठोली

ये मेरे संग आँख मिचोली

दिल पर मेरे आँकती हो तुम

ख़ूबसूरत इश्क़ की रंगोली

 

सच कहूँ तुम्हें अगर तो

बेहद पसंद है मुझे हमजोली

तेरी नटख़ट बातें और

उन पर नमक मिर्च की गोली

 

महकती रहो तुम यूँही

यूँ दिल की धड़कन बोली

इंतज़ार है जब तुम कहो

बलम मैं अब से तेरी हो ली….

©अंशु पाल, नई दिल्ली

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